औरंगाबाद: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर शारीरिक तौर पर अक्षम मतदानकर्मियों की मेडिकल बोर्ड से उनकी अक्षमता जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. बता दें कि इनमे ऐसे कई चुनावकर्मी भी हैं जो दोनों पैरों से 80 प्रतिशत तक दिव्यांग हैं. लेकिन उनकी ड्यूटी भी चुनाव कार्य में लगा दी गयी है.
ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से उनके अनुरोध पर मेडिकल बोर्ड द्वारा उनकी जांच कराई जा रही है. जिलाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि लगभग 15 हजार मतदान कर्मियों को मतदान कार्य में लगाया गया है.
रिपोर्ट के आधार पर चुनाव ड्यूटी को लेकर लिया जाएगा फैसला
डीएम ने बतया कि ड्यूटी लगने के बाद स्वास्थ्य का बहाना बनाकर चुनाव कार्य में नहीं जाने का लोगों ने आवेदन दिया है. इसी के आधार पर मेडिकल बोर्ड के तहत स्वास्थ्य जांच की जा रही है. ताकि रिपोर्ट के आधार पर उनके चुनावी ड्यूटी को लेकर फैसला लिया जा सके.