औरंगाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना से जिले के लोग जूझ रहे हैं. जिले के चुने गये जनप्रतिनिधियों के दिखाई नहीं पड़ने पर लोगों का गुस्सा दिखने लगा है. लोगों का कहना है कि जब हमें उनकी जरूरत है तो वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. उनका फोन तक बंद है. आक्रोशित लोगों ने सांसद, विधायक और विधान पार्षद का गुमशुदा का बैनर लेकर जन आक्रोश मार्च निकाला.
ये नेता हैं गुमशुदा!
गुमशुदा के बैनर में औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह, काराकाट सांसद महाबली सिंह, औरंगाबाद विधायक आनंद शंकर सिंह, नवीनगर विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू, कुटुंबा विधायक राजेश राम, गोह विधायक भीम यादव, रफीगंज विधायक मो. नेहालुद्दीन और विधान पार्षद राजन सिंह को गुमशुदा बताया.
कोरोना महामारी में नहीं मिल रही मदद
लोगों ने कहा कि कोरोना में सबसे ज्यादा उम्मीद सरकार से होती है. ऐसे में अगर वही मुंह फेर ले तो नाराज होना लाजमी है. जिले के लोग इन दिनों खास परेशान हैं. जिले से दो सांसद, छह विधायक और एक विधान पार्षद हैं. इसके बावजूद कोरोना महामारी में कोई मदद नहीं मिल रही. कोरोना काल में नेता दिखाई नहीं दे रहे. हमारे सांसद, विधायक और विधान पार्षद एक दिन भी दिखाई नहीं देते. चुनाव में बड़ें-बड़े वादे करने वाले सांसद और विधायक अब लापता हैं.
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जनप्रतिनिधियों का नहीं पता
जन आक्रोश मार्च में शामिल लोगों ने बताया इस बार कहीं भी सैनिटाइजेशन नहीं किया गया. सदर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. कोई दवाई जल्दी नहीं मिल रही और कोई सुविधा भी नहीं है. यहां सांसद और विधायक नाम के रह गए हैं. जिले में लोग मर रहे हैं. चुने गये जनप्रतिनिधियों का कोई पता नहीं, उनकी तरफ से कोई मदद भी नहीं मिल रही है.