औरंगाबाद: जिले में सोन नदी के तटीय इलाकों में ओवरलोडेड बालू से लदे ट्रकों के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. दाउदनगर और बारुण क्षेत्र में पानी टपकते ओवरलोड ट्रक दुर्घटना के कारण बन रहा है. इसके कारण हर रोज रात में जाम की समस्या बनी रहती है. इसके साथ ही जीटी रोड पर 6 से 7 किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है.
प्रशासन की लापरवाही से लोग हुए परेशान
जिले के बारे में सोन तटीय क्षेत्रों में ओवरलोडिंग और अवैध बालू ढुलाई पर शिकंजा कसने का प्रशासनिक फरमान बेअसर नजर आ रहा है. परिवहन विभाग के माध्यम से अवैध बालू खनन पर रोक लगाने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए ट्रैक्टर पकड़कर अपना काम चला लेते हैं. ट्रकों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इसके कारण ट्रक खुलेआम ओवरलोडिंग करके चला रहे हैंं.
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सड़कों पर गिरता है पानी
बालू ठेकेदार ट्रकों को सोन नदी से सीधे बालू का उठाव करवा रहे हैं. इससे उनके वाहन से पानी गिरता रहता है और यह गिरते हुए पानी को लेकर ही सड़क पर आ जाता है. सड़क पर पानी बहने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है और तारकोल की सड़क भी खराब हो जाती है. टेंडर के नियमों में सूखे बालू की ढुलाई का नियम है जबकि ऐसा नहीं होता है.
दिन भर लगा रहता है जाम
बारुण नबीनगर मुख्य मार्ग पर ट्रकों के जाम का समय शाम 8 बजे से सुबह 7 बजे तक निर्धारित है. इस कारण दिनभर ट्रकों को साइड में करके खड़ा किया जाता है. ओवरलोडेड बालू से लदे ट्रक दिनभर सड़क किनारे खड़े रहते हैं, जिससे पानी रिस-रिसकर पूरे सड़क पर फैल जाता है. आम लोगों को सड़क से गुजरने में जाम का सामना करना पड़ता है. वहीं जैसे ही वाहन निकालने का समय शुरु होता है, पूरे सड़क पर ट्रकों का राज कायम हो जाता है. इसके बाद जीटी रोड सोन नदी पुल से लेकर रोहतास के डिहरी से आगे तक हर दिन जाम का सामना करना पड़ता है.