औरंगाबाद: एनपीजीसी पावर प्लांट में काम के दौरान एक मजदूर की मौत हो गई. मृतक की पहचान अवल शेख के रूप में हुई है जो बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले का रहने वाला था. पावर प्लांट में काम करने वाले अन्य मजदूरों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने उसे इलाज के लिए बाहर नहीं भेजा जिस कारण उसकी मौत हो गई.
इंटक कांग्रेस ने भी लगाया आरोप
वहीं, इंटक कांग्रेस के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह ने एनपीजीसी प्रशासन पर आरोप लगाया है कि प्रशासन ने मजदूर को भूखे रखा और बीमार पड़ने पर इलाज भी नहीं कराया. इस कारण इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि मजदूर अवल शेख 5 दिन से बीमार था, लेकिन कंपनी वाले उसे बाहर इलाज के लिए नहीं लेकर गए.
'नहीं होता मजदूरों का बीमा'
इंटक कांग्रेस के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह ने एनपीजीसी कंपनी और जिला प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मजदूरों के लिए जो श्रम कानून बनाया गया है, उसका पालन नहीं होता है. इस कानून के अंतर्गत मजदूरों का बीमा अनिवार्य रूप से होना चाहिए जो कि नहीं होता है. इसके कारण किसी अनहोनी या इलाज के लिए परिवार वाले लाभान्वित नहीं हो पाते हैं.
मजदूरों में आक्रोश
गौरतलब है कि एनपीजीसी प्लांट में आए दिन दुर्घटनाओं में मजदूरों की मौत होते रहती है. कोरोना महामारी के बीच संदिग्ध बीमारी से मौत को लेकर मजदूर आक्रोशित हैं. मजदूरों का कहना है कि प्रबंधन ने लापरवाही दिखाया है. मजदूर 5 दिनों से बीमार था लेकिन उसे बाहर ले जाकर इलाज नहीं कराया गया जो गलत है.