औरंगाबाद: क्या कर्ज नहीं चुकाने की कीमत जान हो सकती है? यह सवाल जिले में हुई एक घटना के बाद खड़ा हुआ है. यह घटना नगर थाना क्षेत्र के रामाबांध बस स्टैंड का है. जहां से एक युवक को पहले कुछ लोग अगवा करते हैं और फिर लाठी-डंडों से उसकी इतनी बेरहमी से पीटाई करते हैं कि वो मर जाता है. ये सब इसलिए होता है क्यों कि युवक ने 10,000 रुपये कर्ज के तौर पर लिया था लेकिन चुका नहीं पाया.
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दो दिन पूर्व किया गया था अगवा
जानकारी के अनुसार, जिस युवक की पीटाई अगवा करने के बाद की गई, उसका नाम सुभाष खरवार है. बताया जा रहा है कि नगर थाना क्षेत्र के रामाबांध बस स्टैंड से कुछ लोगों ने 2 दिन पहले ही उसे दिनदहाड़े अगवा कर लिया था और फिर जमकर उसकी पीटाई कर दी. किसी तरह से युवक सुबह में शौच के बहाने से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भाग निकला और अपने घर पहुंच पूरी आपबीती बताई. जिसके बाद उसके परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
मौत से पहले पुलिस को सुनाई आपबीती
गौरतलब है कि मौत से पूर्व सुभाष खरवार ने अपना बयान पुलिस को दर्ज करा दिया था. अपने बयान में उसने जानकारी दी कि उसने रविंद्र खरवार से कर्ज के तौर पर 10000 रुपये लिए थे. उसी कर्ज की रकम नहीं चुका पाने के कारण रविंदर खरवार के लोगों ने उसे अगवा कर अकोढ़ी गोला के एक कमरे में बंद कर लाठी डंडे से पीटा. जहां से सुबह में वह किसी तरह शौच के बहाने से जान बचाकर भाग निकला. मामले को लेकर औरंगाबाद जिले के एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. मृतक के परिजन के द्वारा 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.