औरंगाबाद: पर्यावरण पर मंडराते खतरे और भू-जलस्तर के नीचे होने से उत्पन्न हो रही परेशानियों को लेकर बिहार सरकार ने जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत की. इसी वजह से जिले में भी जल जीवन हरियाली दिवस का आयोजन किया गया. इसके लिए नगर भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑनलाइन संबोधित किया.
जल जीवन हरियाली अभियान के तहत लुप्त हो गए कुएं, तालाब, पोखर, आहर और अन्य प्रकार के जलाशयों को बचाने की मुहिम तैयार की गई. वहीं, वृक्षारोपण करने पर जोर दिया गया. इस अभियान का असर यह हुआ कि एक साल के अंदर प्राकृतिक जल के स्रोत और बढ़े हुए पर्यावरण प्रदूषण का प्रतिशत कम हुआ है.
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"इस जल जीवन हरियाली दिवस कार्यक्रम को जन-सहयोग से सफल बनाया जाएगा. आगे चलकर इस कार्यक्रम के तहत जल के अन्य स्रोतों को भी शामिल किया जाएगा. सीएम ने इस कार्यक्रम के माध्यम से अभियान में बेहतर कार्य करने वालों की प्रशंसा भी की और जन भागीदारी के महत्व से लोगों को अवगत करवाया है."- सौरभ जोरवाल, डीएम, औरंगाबाद