औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले में पंचायत चुनाव में मिली हार के बाद मतगणना केंद्र (Counting Center) पर एक महिला मुखिया प्रत्याशी ने जमकर हंगामा किया. शहर के किशोरी सिन्हा महिला महाविद्यालय (Kishori Sinha Women College in Aurangabad) में वोटों की गिनती के बाद जब मुखिया पद के विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही थी, उसी वक्त एक महिला मुखिया प्रत्याशी ने अपनी हार पर हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने प्रशासन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दोबारा मतगणना कराने की मांग की.
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इस हंगामे के दौरान उसने अनुमण्डल पदाधिकारी से लेकर बीडीओ तक पर कई संगीन आरोप लगाये और मतदान दोबारा कराने की मांग की. उन्होने मीडिया के सामने आकर अपना आक्रोश भी प्रकट किया.
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गौरतलब है कि हारी हुई महिला प्रत्याशी के हंगामे को देखते हुए महिला पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की मगर उसके सामने किसी भी पुलिसकर्मी की नहीं चली. महिला प्रत्याशी नीतू देवी दाउदनगर के दबगर टोले की रहने वाली है. उन्होंने शमशेर नगर पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ा था. मतगणना के बाद शमशेर नगर से अमृता देवी की जीत की घोषणा हुई.
अमृता देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीना देवी को 622 मतों से पराजित किया. अमृता देवी को 1,951 तो मीना देवी को 1,329 मत प्राप्त हुए. वहीं नीतू देवी 1,085 मत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहीं. नीतू देवी ने आरोप लगाया कि वह 1,085 मत से संतुष्ट नहीं हैं.
'उन्हें पूरा विश्वास है कि मतदाता उनके साथ धोखा नहीं कर सकते और उनको द्वारा प्राप्त मत को उपविजेता का मत बता दिया गया जबकि वास्तविक उप विजेता उन्हें होना चाहिये ना कि मीना देवी को.' : नीतू देवी, हारी हुई मुखिया प्रत्याशी
पराजित महिला नीतू देवी मतगणना परिसर में काफी देर तक हंगामा करती रही. वरीय अधिकारियों द्वारा उन्हें शांत कराया गया. महिला ने इस मामले को चुनाव आयोग तक ले जाने की बात कही है.
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