औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले के अति नक्सल प्रभावित मदनपुर थाना क्षेत्र (Madanpur Police Station Area) में सोमवार को सातवें चरण के पंचायत चुनाव के बाद दो मुखिया प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी (Violent Clashes in Aurangabad). जिसमें 10 राउंड गोलीबारी हुई थी और इस घटना में एक दर्जन लोग घायल हुए थे. पुलिस ने इस मामले में 246 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज (FIR Registered Against 246 People) की है और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी (Raids to Arrest Accused) की जा रही है. पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों में हड़कंप मचा है.
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इस घटना में घायल हुए मुखिया प्रत्याशी शोभा देवी के पति प्रेम शेखर उर्फ पवन ने बताया कि मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर जा रहे थे. इस मुखिया प्रत्याशी पम्मी देवी के पति पवन सिंह उर्फ बाबू के 50 समर्थकों ने उनके लोगों की पिटाई कर दी. पवन सिंह के समर्थकों के हाथों में लाठी-डंडे और लोहे के रॉड थे. वे लोग एक साथ हमारे लोगों पर टूट पड़े. जिससे एक दर्जन लोग घायल हो गए. सभी घायलों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है.
इस पूरे मामले में औरंगाबाद के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि आट एवं देवचरा के प्रत्याशी समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में दो अलग-अलग प्राथमिकी मदनपुर थाने में दर्ज कराई गई है. पहली प्राथमिकी देवचरा गांव के पवन कुमार सिंह ने कराई है. जिसमें 25 नामजद तथा 200 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. वहीं, दूसरी प्राथमिकी आट गांव के सुरेंद्र राम ने कराई है. जिसमें 21 लोगों को नामजद बनाया गया है. एसपी ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
बता दें कि वर्ष 2006 में नक्सलियों द्वारा पंचायत चुनाव में अति नक्सल प्रभावित मदनपुर थाना क्षेत्र के देवचरा में जिला पार्षद उम्मीदवार अशोक सिंह समेत उनके 6 समर्थकों को गोली मारकर जिंदा जला दिया गया था. पूर्व में हुई इस नक्सली घटना से इलाके में दहशत का माहौल है.
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