औरंगाबाद: जिले के समाहरणालय सभाकक्ष में डीएम सौरभ जोरवाल और एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. बैठक में जिले के सभी बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष मौजूद रहे. बैठक का मुख्य एजेंडा प्रखंड, अंचल और थानास्तर पर नागरिक सुविधाओं में सुधार लाने की सभी योजनाओं के हर स्तर पर समीक्षा की गई.
नियमित तौर पर लगाया जाएगा जनता दरबार
डीएम ने बताया कि राजस्व के अन्तर्गत नियमित तौर पर जनता दरबार लगाए जाने हैं. सभी नागरिक सेवाओं आवास प्रमाण पत्र, परिमार्जन, नापी और म्यूटेशन का निष्पादन समय से होना चाहिए. इसकी निगरानी के लिए जिला स्तर पर उड़नदस्ता बनाया जाएगा जो विलंब की जानकारी मिलने पर कार्रवाई करेगा. साथ ही एक निगरानी समिति का भी गठन किया जाएगा जो विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण करेगी. राज्य स्तर पर निगरानी के लिए दूरभाष संख्या 0612- 2215344 और मोबाइल संख्या 7765953261 राज्य सरकार की ओर से जारी किया गया है. जिस पर आम जनता अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
जिला स्तरीय अधिकारी करेंगे क्षेत्र का भ्रमण
जिला स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित है जिस पर आम जनता की ओर से शिकायत की जा सकती है. सप्ताह के तीन दिन बुधवार, गुरुवार और शनिवार को सभी जिला स्तरीय अधिकारी क्षेत्र भ्रमण करेंगे. जिसमें वह जनता से प्राप्त शिकायत के आधार पर और औचक रूप से विभिन्न योजनाओं की प्रगति के साथ गुणवत्ता की जांच करेंगे. बस स्टॉप निर्माण और मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना में औरंगाबाद का पहला स्थान है. उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 9 नए बस स्टॉप का निर्माण कराया जा चुका है. उन्होंने सभी बीडीओ को कहा कि इससे संबंधित राशि की निकासी कर ली जायेगी. मनरेगा में रैंकिंग में औरंगाबाद प्रथम है. वहीं, गुणवत्ता के लिए नियमित निरीक्षण किया जाएगा जिसमें जिला स्तर के अधिकारी हर सप्ताह क्षेत्र भ्रमण करेंगे.
'मास्क चेकिंग सख्ती से हो लागू'
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मास्क चेकिंग को सख्ती से लागू किया जाए और वाहन जांच में गति लाना सुनिश्चित किया जाये. थाना प्रभारी को औरंगाबाद में शराबबंदी को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि इसके लिए जिलास्तर से टीम बनाकर अब छापेमारी की जाएगी. यदि किसी थाना क्षेत्र शराब बनती हुई पाई गई तो संबंधित थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी. क्षेत्रीय कार्यालयों में अधिकारी को जनता के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए. इसके लिए आवश्यक है कि सप्ताह के तीन दिन सभी अधिकारी जनता के लिए कार्यालय में उपलब्ध रहें. मुख्य सचिव महोदय की ओर से सप्ताह के तीन दिन कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए निर्देश दिया गया है. इसके लिए सोमवार, मंगलवार और शुक्रवार का दिन निर्धारित किया गया है. इस दिन कोई भी व्यक्ति थाना प्रभारी से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आ सकता है. इसके अलावा सभी थाना में शनिवार के दिन जनता दरबार का आयोजन निश्चित रूप से किया जाना है जिसकी समीक्षा जिला स्तर पर पाक्षिक रूप से की जाएगी.