औरंगाबाद: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी सह डीएम सौरव जोरवाल और एसपी सुधीर कुमार पोरिका के नेतृत्व में वीडियो कांफ्रेंसिंग की गई. जिसमें गया और झारखंड राज्य के पलामू प्रमंडल के सीमावर्ती क्षेत्रों में विधि व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. डीएम ने विधानसभा चुनाव निर्बाध रुप से संपन्न कराने की आवश्यकता बताई. इसके लिए दोनों जिलों के अधिकारियों से सूचनाओं के आदान-प्रदान मजबूत करने पर बल दिया गया.
चुनाव को लेकर बैठक
बैठक में जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए सक्रिय सदस्यों की सूची का आदान-प्रदान करने के लिए नेटवर्क मजबूत करने पर बल दिया गया. पलामू प्रमंडल के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए सक्रिय नक्सली दस्ते और सदस्यों की सूची का आदान-प्रदान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए संयुक्त एक्शन प्लान की आवश्यकता पर बल दिया गया. बैठक में चुनाव के समय शराब की तस्करी, नकदी राशि लेनदेन के सहारे चुनाव को प्रभावित करने की संभावनाओं को रोकने को रोकने को कहा गया. साथ ही अवैध शस्त्रों की रोकथाम और भारत निर्वाचन आयोग की ओर से प्रतिबंधित गतिविधियों को रोकने के संबंध में संयुक्त रूप से समन्वय स्थापित कर कार्य करने पर बल दिया गया.
नेटवर्क स्थापित करने का निर्णय
बैठक में सभी अधिकारियों को व्हाट्सएप ग्रुप और अन्य माध्यमों से सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए नेटवर्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया. झारखण्ड के पलामू जिले का हरिहरगंज थाना क्षेत्र और लातेहार जिले का बालूमाथ थाना क्षेत्र अधिक संवेदनशील है. अपराधी तत्वों, फरार वारंटी को, नक्सली गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ संयुक्त रूप से अभियान चलाने की बात कही गई. इस संबंध में शीघ्र ही सीमावर्ती सभी जिलों के साथ एक बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया. बैठक में डीएम, गया के एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा और झारखण्ड के पलामू प्रमंडल के अधिकारी मौजूद रहे.