औरंगाबाद: माली थाना क्षेत्र के बिसाही गांव में एक बुजुर्ग किसान की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है. दरअसल किसान जगदीश यादव के एक विक्षिप्त पोते की गांव के ही शंकर यादव, हरि यादव इत्यादि मिलकर पिटाई कर रहे थे. तभी 75 वर्षीय किसान जगदीश यादव ने अपने पोते को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश की.
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औरंगाबाद में बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या: यह बात अपराधियों को नागवार गुजरी और उन्होंने किसान की गोली मारकर हत्या कर दी. गोली लगने के बाद गांव में चीख पुकार मच गई. जैसे ही परिजनो को मौत की जानकारी हुई घर में कोहराम मच गया. घटना की तत्काल सूचना माली थाना को दी गई. सूचना पर माली थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया है. वहीं पुलिस अनुसंधान में जुट गई है.
पोते को बचाने गए दादा की गई जान: मृतक के बेटे नीरज ने बताया कि भाई घर के बाहर खड़ा था. दो महीने से दिमागी तौर पर बीमार है. तभी कुछ लोग आए और लाठी डंडों से उसकी पिटाई करने लगे. तभी गाय को बांध रहे जगदीश यादव लाठी की आवाज सुनकर दौड़े और अपने पोते को बचाने लगे. इसी बीच हरि यादव ने गुड्डू यादव और पिंटू यादव को ललकारते हुए कहा कि मार दो गोली, बाकि वह समझ लेगा.
"मेरा एक भाई है जो दो महीने से दिमागी तौर पर बीमार चल रहा है. दरवाजे पर खड़ा था तभी कुछ लोग उसे पीटने लगे. हल्ला सुनकर बाबा बाहर निकले. फिर रायफल निकाला गया और बाबा को गोली मार दी गई."- नीरज यादव, मृतक का पुत्र
जांच कर रही पुलिस: ऐसा सुनते ही जगदीश यादव दौड़ कर भागने लगे, तभी गुड्डू यादव ने पीछे से जगदीश यादव को गोली मार दी. गोली लगने के बाद बुजुर्ग किसान जगदीश यादव गिर गए, जहां मौके पर ही उनकी मौत हो गई. माली थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि "मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है. फिलहाल बुजुर्ग किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है."