औरंगाबाद: जिले के बारुण प्रखण्ड के पंचायत समिति की बैठक हंगामेदार रही. जहां ग्रामीण विकास के लिए आए फंड को प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के आवास की मरम्मत के लिए खर्च करने के खिलाफ सदस्यों ने नामजद एफआईआर की धमकी दी. सदस्यों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.
बारुण प्रखंड मुख्यालय परिसर में मनरेगा सभाकक्ष में बीडीसी की बैठक हुई. इसमें बीडीओ के आवास में मरम्मती पर खर्च हुए 4.88 लाख रुपए के मामले ने तूल पकड़ लिया. बारुण बीडीसी सरोज यादव ने कहा कि जो पैसा ब्लॉक के ग्रामीण कार्यों व विकास के लिए आया था उसे मनमाने तरीके से बिना प्रस्ताव पारित किए बीडीओ आवास की मरम्मती पर खर्च किया गया. जितनी राशि खर्च की गई उतने का काम भी नहीं हुआ. पुराने टाईल्स और पुराने ईंट का प्रयोग किया गया. पुरानी चाहरदीवारी पर ही साफ-सफाई करके नया बिलिंग बना दिया गया. इस पूरे मरम्मती पर लगभग 1 लाख रुपए ही खर्च हुए होंगे. बचे हुए पैसे का घोटाला किया गया. कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में नामजद एफआईआर कराएंगे." भोपतपुर बीडीसी बलजीत सिंह और गठौली बीडीसी रंजीत सिंह ने समर्थन करते हुए कहा कि दूसरे विभाग के जेईई के नेतृत्व में कमेटी गठित कर उच्च स्तरीय जांच की जाए.
बारुण को नगर पंचायत बनाए जाने का विरोध
बीडीसी सरोज यादव ने कहा "बारुण को नियमों को ताक पर रखकर नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है. पंचायत के चन्द्र बीघा, छक्कन बिगहा, बारुण गंज, बरन बीघा, खेमदा सहित अन्य गांव पूरी तरह से कृषि पर आश्रित हैं. नगर पंचायत बनने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उन पर टैक्स का बोझ बढ़ेगा.