औरंगाबाद: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा हैं, जिला प्रशासन भी लगातार अपने कामों में तेजी ला रहा है. जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कार्मिक कोषांग और प्रशिक्षण कोषांग के साथ अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान डीडीसी अंशुल कुमार भी शामिल हुए.
रिफ्रेशर प्रशिक्षण का किया गया था आयोजन
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2020 से संबंधित मतदान कर्मियों का रिफ्रेशर प्रशिक्षण का आयोजन 9 सितम्बर से 14 सितम्बर को जिले के 4 प्रशिक्षण केन्द्रों पर किया गया था. इस प्रशिक्षण की सूचना मोबाइल के माध्यम से सभी को दी गई थी.
कई कर्मियों ने नहीं लिया भाग
इस बैठक में बताया गया कि सूचना प्राप्त होने के बाद भी कई कर्मियों ने मतदान संबंधित प्रशिक्षण में भाग नहीं लिया गया. यह निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य के प्रति उदासीनता और लापरवाही का घोतक है.
निर्वाचन एक अति महत्वपूर्ण कार्य
कार्मिक कोषांग के नोडल पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि निर्वाचन कार्य एक अति महत्वपूर्ण कार्य है. इसे तय समय सीमा के अंदर पूरा किया जाना है. इस बैठक में जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन कर्मियों के माध्यम से प्रशिक्षण में भाग नहीं लिया गया, उनके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 134 के तहत कानूनी कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे.
औरंगाबाद: निर्वाचन संबंधी प्रशिक्षण के दौरान अनुपस्थित कर्मियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
जिले में विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है. चुनाव की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण कोषांग के साथ कार्यों की समीक्षा की. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि जिन कर्मियों ने प्रशिक्षण में भाग नहीं लिया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
औरंगाबाद: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा हैं, जिला प्रशासन भी लगातार अपने कामों में तेजी ला रहा है. जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कार्मिक कोषांग और प्रशिक्षण कोषांग के साथ अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान डीडीसी अंशुल कुमार भी शामिल हुए.
रिफ्रेशर प्रशिक्षण का किया गया था आयोजन
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2020 से संबंधित मतदान कर्मियों का रिफ्रेशर प्रशिक्षण का आयोजन 9 सितम्बर से 14 सितम्बर को जिले के 4 प्रशिक्षण केन्द्रों पर किया गया था. इस प्रशिक्षण की सूचना मोबाइल के माध्यम से सभी को दी गई थी.
कई कर्मियों ने नहीं लिया भाग
इस बैठक में बताया गया कि सूचना प्राप्त होने के बाद भी कई कर्मियों ने मतदान संबंधित प्रशिक्षण में भाग नहीं लिया गया. यह निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य के प्रति उदासीनता और लापरवाही का घोतक है.
निर्वाचन एक अति महत्वपूर्ण कार्य
कार्मिक कोषांग के नोडल पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि निर्वाचन कार्य एक अति महत्वपूर्ण कार्य है. इसे तय समय सीमा के अंदर पूरा किया जाना है. इस बैठक में जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन कर्मियों के माध्यम से प्रशिक्षण में भाग नहीं लिया गया, उनके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 134 के तहत कानूनी कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे.