औरंगाबादः विश्वविद्यालय में सेशन लेट होने को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी छात्रों ने सेशन के अलावे अन्य अहम मुद्दों पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रों की कई समस्याओं को लेकर बिहार सरकार, शिक्षा विभाग और शिक्षा प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कॉलेज अध्यक्ष ऋषि सिंह ने बताया कि छात्रों के मुद्दे पर बिहार सरकार अराजक और निरंकुश स्थिति में आ गई है. यही कारण है कि यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. कॉलेज अध्यक्ष ऋषि सिंह ने जानकारी दिया कि यह विरोध प्रदर्शन सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करते हुए किया गया.
कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्ती लेकर किया प्रदर्शन
एबीवीपी के छात्र इस दौरान अपनी मांगों की तख्ती हाथ में को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदेश सह मंत्री आशिका सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा व्यवस्था को लेकर बिहार सरकार की सभी नीतियां विफल साबित हो रही हैं. पूरे बिहार में कॉलेजों के सामने माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा परिणाम को गलत तरीके से रद्द करने पर पुनर्विचार करने और परिणाम को प्रकाशित करने की मांग की जा रही है. विद्यार्थी परिषद ने मांग किया कि असंवेदनशील अयोग्य बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर को अविलंब हटाया जाए.
विद्यार्थी परिषद की अन्य मांगें...
- आर्थिक तंगी को देखते हुए छात्रों को रूम रेंट दिए जाएं
- हजारों छात्राओं का लंबित 25,000 रुपये का भुगतान जल्द किया जाए
- निजी संस्थानों के शिक्षण शुल्क माफ करने का आदेश दिया जाए
- कोविड-19 महामारी से उत्पन्न शैक्षणिक अराजकता को दूर किया जाए
- एनआईओएस के तहत बीएड और सी.टेट के पास छात्रों को भी शिक्षक नियोजन में सम्मिलित किया जाए
- सरकारी विद्यालय में व्यवसायिक पाठ्यक्रम को निजी शिक्षण संस्थानों के जरिए लेने पर रोक लगाई जाए
इस मौके पर नगर मंत्री कुणाल सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सौरभ सिंह चौहान, प्रत्यूष मिश्रा सहित कई छात्र मौजूद रहे.