औरंगाबाद: सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मगध विश्वविद्यालय के उदासीन रवैया, प्रवेश परीक्षा और परिणाम में भारी गड़बड़ी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति तथा परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन किया.
पांच सालों से पेंडिंग है रिजल्ट
'पीजी वोकेशनल और ट्रेडिशनल कोर्स के हजारों छात्रों का रिजल्ट 5 सालों से पेंडिंग है. छात्र महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक दर-दर भटक रहे हैं. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. ऐसे में छात्रों का भविष्य पूरी तरह से अंधकार में हो गया है. रिजल्ट ना आने के कारण ना तो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कहीं नामांकन ले सकते हैं और ना ही किसी भी नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अगर जल्द से जल्द छात्रों के पेंडिंग रिजल्ट नहीं आए तो सभी छात्रों को लेकर भूख हड़ताल पर विश्वविद्यालय में बैठने पर मजबूर होंगे.'- आशिका सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, एबीवीपी
विश्वविद्यालय छात्रों का शोषण
मगध विश्वविद्यालय छात्रों का शोषण कर रहा है. रजिस्ट्रेशन में भारी गड़बड़ी के कारण जिन छात्रों के रिजल्ट आ रहे हैं. उनके रिजल्ट पर रजिस्ट्रेशन नंबर ही अंकित नहीं है. पीजी में ऑनलाइन नामांकन के समय सूचना में निशुल्क नामांकन की बात कही गई थी और अब डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के समय 2 दिन पहले अचानक 7 हजार रुपये फीस की सूचना दी गई है. अब अचानक छात्र 7 हजार रुपये कहां से लाएं. इस तरह विश्वविद्यालय छात्रों का शोषण कर रहा है.'- सतीश कुमार सिंह, एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य
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बता दें कि जहां एक तरफ सरकार छात्राओं को निशुल्क शिक्षा देने की बात कर रही है. वहीं, और दूसरी ओर इतनी ऊंची रकम की फीस लेना विश्वविद्यालय द्वारा यह कहीं ना कहीं विश्वविद्यालय की अपनी मनमानी को दर्शाता है. ऐसे कई समस्याओं को लेकर मगध विश्वविद्यालय के विरोध में बीसीए के छात्र और कई समस्याओं से जुड़े हुए छात्र अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का शिष्टमंडल पूरे कॉलेज में मगध विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान कॉलेज गेट पर विश्वविद्यालय के कुलपति और कंट्रोलर का पुतला दहन किया गया.