औरंगाबाद: केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद प्रवासियों की राज्य वापसी का सिलसिला लगातार जारी है. रोजाना कई स्पेशल ट्रेनें दूसरे राज्यों से बिहार पहुंच रही हैं. प्रवासियों का आंकड़ा बताते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि लॉकडाउन में फंसे लगभग 8000 लोग औरंगाबाद आए हैं, जिन्हें विभिन्न प्रखंडों में क्वारंटीन किया गया है.
डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि सभी सेंटरों पर जिला प्रशासन की तरफ से भोजन और आवासन की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. गौरतलब है कि दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले प्रवासियों को प्रखंड स्तरीय कैंप में रखा जा रहा है. वहीं हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु से आने वाले प्रवासियों को पंचायत स्तरीय कैंप में आवासित किया गया है. इसके अलावा शेष राज्यों से आने वाले पर प्रवासियों को गांव स्तर पर बने क्वारंटीन कैंप में रखा जा रहा है.
जिला प्रशासन मुहैया करा रहा किट
जानकारी के मुताबिक दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले प्रवासियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. 14 दिनों का क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा. सभी कैंप में रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. वहां उन्हें थाली, कटोरी, गिलास, धोती और जरूरी सामानों का किट दिया जाएगा. डीएम सौरभ जोरवाल ने कहा कि अब तक जिले में प्रवासी श्रमिकों की संख्या लगभग आठ हजार है. उन्होंने कहा कि जो भी प्रवासी श्रमिकों ट्रेन से आएंगे, उन्हें ट्रेन भाड़ा के अलावा 500 रुपया अतिरिक्त दिया जाएगा.