आरा: बिहार (Bihar) के भोजपुर (Bhojpur) जिले में भी वायरल फीवर (Viral Fever) का प्रकोप अब धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. इस बीमारी से कई बच्चे बीमार हो रहे हैं. बीमार बच्चों में तेज बुखार, खांसी, हफनी और कफ जैसी शिकायतें आ रही है. सदर अस्पताल आरा (Sadar Hospital Ara) के एसएनसीयू वार्ड यानी विशेष नवजात शिशु इकाई वार्ड में प्रतिदिन इस बीमारी से पीड़ित कई बच्चे आ रहे हैं.
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इलाज के लिये आ रहे बच्चों में वायरल के अलग-अलग लक्षण दिखाई दे रहे हैं. अचानक मौसम में हुए बदलाव का असर बच्चों पर ज्यादा पड़ रहा है. वायरल फीवर से बीमार बच्चों को देख रहे सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया कि वायरल फीवर से ग्रसित बच्चों को दिखाने के लिए यहां प्रतिदिन लोग आ रहे है. जिनमें कई तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं.
डॉक्टर ने बताया कि कहना मुश्किल है कि किस तरह के वायरल बच्चों के अंदर है. उन्होंने कहा कि किसी में डेंगू के लक्षण हैं तो किसी में चिकनगुनिया के तो किसी में मैंजेलाइटिस बीमारी और कोरोना के भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वैसे बीमार बच्चों को हम लोग अपने तरीके से इलाज कर रहे हैं.
वहीं सदर अस्पताल के मैनेजर ने बताया कि तेजी से बढ़ रहे वायरल फीवर के केस को लेकर अस्पताल प्रबंधन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई है. बीमार बच्चों को देखते हुए सर्जिकल वार्ड में आक्सीजन युक्त 10 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा एसएनसीयू के आईसीयू में भी बच्चों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है. हालांकि अभी तक कोई ऐसा केस फिलहाल यहां नहीं मिला है.जिनमें क्रिटिकल पॉजिशन देखा गया है.
अस्पताल में अपने बीमार बच्चे का इलाज कराने वाले परिजनों ने बताया कि अचानक दो तीन दिन से बच्चे को तेज बुखार आने लगा है. जिसको दिखाने के लिए वो अस्पताल लाये है. वहीं एक नवजात शिशु के परिजन ने बताया कि जन्म के साथ ही उसे फिवर और छाती में कफ की शिकायत हुई. जिसके बाद बच्चे को आईसीयू में भर्ती कराया गया था, अब उसकी हालत ठीक हो गई है.
बहरहाल तेजी से बढ़ रहे वायरल फीवर के प्रकोप को देखते हुये जहां अस्पताल प्रबंधन इलाज को लेकर पूरी तैयारी का दावा कर रही है. वहीं बच्चों में लागातार बढ़ते वायरल फीवर के संक्रमण से परिजनों में चिंता बनी हुई है.
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