भोजपुर: पीरो प्रखंड के सुन्दर टोला के ग्रामीणों ने सड़क बनाने को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाये. बता दें प्रखंड के सुंदर टोला, बराव बथान, कसेढ, मिश्र टोला, तुलसी टोला, रोझाई टोला आदि गांवों के लोग पिछले कई दशक से पक्की सड़क के इंतजार में हैं.
मतदान बहिष्कार का निर्णय
आजादी के 73 वर्ष गुजर जाने बाद भी इन्हें खेतों की पगडंडी के सहारे गांव तक का सफर तय करना पड़ रहा है. इन्हें आज तक पक्की सड़क नसीब नहीं हुई है. ऐसे में लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है. बार-बार जन प्रतिनिधियों की ओर से छले गए स्थानीय लोग इस बार रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ मतदान बहिष्कार के निर्णय पर अड़ गए हैं.
अधिकारियों से लगाई गुहार
पक्की सड़क निर्माण को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई पहल नहीं होता देख आखिरकार लोग आक्रोशित होकर आंदोलन की रणनीति बनाने को बाध्य हुए हैं. इसको लेकर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा ग्रामीणों ने आगामी विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का निर्णय किया है.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी
ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लेकर प्रदर्शन किया और सड़क निर्माण कराने को लेकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है कि जितौरा बाजार के मुख्य मार्ग से जुड़ा यह रास्ता दर्जनों गांव को जोड़ता है. इस कच्ची सड़क से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है. इसके बावजूद भी यहां आज तक पीसीसी तो दूर ईंट-सोलिंग तक नहीं हुई.
प्रतिनिधि के पास लिखित आवेदन
जबकि इसके लिए ग्रामीणों ने कई साल से सभी प्रतिनिधि के पास लिखित आवेदन देकर निर्माण की मांग की है. बरसात के दिनों में गाड़ी तो दूर पैदल यात्रा करने में भी फजीहत होती है. सड़क के अभाव में बरसात के मौसम में स्कूली बच्चे पढ़ने नहीं जा पाते हैं. तबीयत खराब हो जाने पर अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही रोगी दम तोड़ देते हैं.
कई लोग रहे मौजूद
वोट बहिष्कार के निर्णय के साथ प्रदर्शन में रविरंजन, संजीव, अंकित, बंटी कुमार, राकेश कुमार, गुरु चरण पंडित, अशोक कुमार, कंचन कुमार, दशरथ कुमार, बिन्देश्वरी सिंह, चंदन कुमार सहित अन्य ग्रामीण शामिल रहे.