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भोजपुर: दुष्कर्म के आरोपी को आजीवन कारावास की सजा और 28 हजार का अर्थ दंड

दोनों पक्षों की दलील सुनते हुए विद्वान न्यायाधीश ने आरोपी को दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास और हत्या के मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में तीन और सात वर्ष की सजा सुनाई. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में कुल 28 हजार का अर्थ दंड भी न्यायालय ने अभियुक्त पर लगाया है.

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Published : Nov 30, 2019, 8:42 AM IST

भोजपुर: आरा में एडीजे-एक राकेश कुमार सिंह की अदालत ने पॉस्को एक्ट के तहत दुष्कर्म और हत्या के मामले में सजा सुनाई है. अदालत ने अभियुक्त आजाद शेखर को दोषी पाते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा और अर्थदंड की सजा सुनाई है. यह मामला 2017 का है.

क्या है मामला
जानकारी के अनुसार साल 2017 में एक ग्यारह वर्षीय नाबालिग से उसके अपने ही चचेरे भाई आजाद शेखर ने नशे की हालत में पहले दुष्कर्म किया. उसके बाद साक्ष्य मिटाने के लिए पीड़िता के गले पर कैंची से वार कर उसकी हत्या कर दी. मृतक की बड़ी बहन के बयान पर मामला दर्ज किया गया. इस मामले में साक्ष्यों के आधार पर आजाद शेखर को न्यायालय ने पहले ही दोषी करार दिया था.

सरोज कुमारी, स्पेशल पीपी(पास्को)

दोनों पक्षों ने रखी दलीलें
इस मामले में दोनों पक्षों ने सजा की बिन्दू पर बहस की. अभियोजन की तरफ से स्पेशल पीपी सरोज कुमारी ने इसे गंभीर अपराध बताते हुए मृत्यु दंड की मांग की. वहीं, बचाव पक्ष की तरफ से अधिवक्ता राजेश कुमार पाण्डेय उर्फ पप्पू पांडेय ने बहस करते हुए कम से कम सजा देने की मांग की.

आजीवन कारावास की सजा
दोनों पक्षों की दलील सुनते हुए विद्वान न्यायाधीश ने आरोपी को दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास और हत्या के मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में तीन और सात वर्ष की सजा सुनाई. सभी सजा एक साथ चलेंगी. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में कुल 28 हजार का अर्थ दंड भी न्यायालय ने अभियुक्त पर लगाया है.

भोजपुर: आरा में एडीजे-एक राकेश कुमार सिंह की अदालत ने पॉस्को एक्ट के तहत दुष्कर्म और हत्या के मामले में सजा सुनाई है. अदालत ने अभियुक्त आजाद शेखर को दोषी पाते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा और अर्थदंड की सजा सुनाई है. यह मामला 2017 का है.

क्या है मामला
जानकारी के अनुसार साल 2017 में एक ग्यारह वर्षीय नाबालिग से उसके अपने ही चचेरे भाई आजाद शेखर ने नशे की हालत में पहले दुष्कर्म किया. उसके बाद साक्ष्य मिटाने के लिए पीड़िता के गले पर कैंची से वार कर उसकी हत्या कर दी. मृतक की बड़ी बहन के बयान पर मामला दर्ज किया गया. इस मामले में साक्ष्यों के आधार पर आजाद शेखर को न्यायालय ने पहले ही दोषी करार दिया था.

सरोज कुमारी, स्पेशल पीपी(पास्को)

दोनों पक्षों ने रखी दलीलें
इस मामले में दोनों पक्षों ने सजा की बिन्दू पर बहस की. अभियोजन की तरफ से स्पेशल पीपी सरोज कुमारी ने इसे गंभीर अपराध बताते हुए मृत्यु दंड की मांग की. वहीं, बचाव पक्ष की तरफ से अधिवक्ता राजेश कुमार पाण्डेय उर्फ पप्पू पांडेय ने बहस करते हुए कम से कम सजा देने की मांग की.

आजीवन कारावास की सजा
दोनों पक्षों की दलील सुनते हुए विद्वान न्यायाधीश ने आरोपी को दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास और हत्या के मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में तीन और सात वर्ष की सजा सुनाई. सभी सजा एक साथ चलेंगी. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में कुल 28 हजार का अर्थ दंड भी न्यायालय ने अभियुक्त पर लगाया है.

Intro:भोजपुर
भोजपुर के आरा में एडीजे एक- राकेश कुमार सिंह की अदालत ने पास्को एक्ट के तहत दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में दोषी पाते हुए एक अभियुक्त आजाद शेखर को मृत्यु पर्यंत कारावास की सजा तथा अर्थदंड की सजा सुनाया है. यह मामला वर्ष 2017 का है.Body:जानकारी के अनुसार चरपोखरी थाना क्षेत्र के मुकुंदपुर में एक ग्यारह वर्षीय नाबालिग से उसके अपने हीं चचेरे भाई आजाद शेखर ने नशे में पहले दुष्कर्म किया तथा साक्ष्य मिटाने के लिए कैंची से गले पर वार कर उसकी हत्या कर दी. मृतक की बड़ी बहन के बयान पर मामला दर्ज किया गया. इस मामले में साक्ष्यों के आधार पर आजाद शेखर को न्यायालय ने पहले हीं दोषी करार दिया था.Conclusion:इस मामले में दोनो पक्षों ने सजा के बिन्दू पर आज बहस की. अभियोजन की तरफ से स्पेशल पीपी सरोज कुमारी ने इसे जघन्यतम अपराध बताते हुए मृत्यु दंड की मांग की. वहीं बचाव पक्ष की तरफ से अधिवक्ता राजेश कुमार पाण्डेय उर्फ पप्पू पांडेय ने बहस करते हुए कम से कम सजा देने की मांग की. दोनो पक्षों की दलील सुनते हुये विद्वान न्यायाधीश ने आरोपी को दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास तथा हत्या के मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में तीन एवं सात वर्ष की सजा सुनाई. सभी सजा एक साथ चलेंगी. इसके अतिरिक्त विभिन्न धाराओं में कुल अट्ठाईस हजार का अर्थ दंड भी न्यायालय ने अभियुक्त पर लगाया है.
बाईट- अधिवक्ता- राजेश पांडेय (बचाव पक्ष)
बाईट- स्पेशल पीपी(पास्को) सरोज कुमारी
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