भोजपुर: बिहार के चिकित्सक कामचोर हैं. किसी भी अस्पताल, पीएचसी और सीएचसी में डॉक्टर सहीं से काम नहीं करते हैं बल्कि उनकी जगह कोई कम्पॉउंडर या कोई महिला उस मरीज का इलाज करती है. यह स्थिति है आज के स्वास्थ्य विभाग की. उक्त बातें ऊर्जा मंत्री सह सांसद आर के सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कही.
मेगा हेल्थ कैम्प शिविर में बोले आरके सिंह
दरअसल भोजपुर के असनी स्थित गोल्डन इरा इंटरनेशनल कैम्पस में एक मेगा हेल्थ कैम्प शिविर का आयोजन किया गया था. इसका उदघाटन में हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने किया. वहीं, इस कार्यक्रम में शामिल होने आए भोजपुर के सांसद आर के सिंह ने बिहार की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था और लापरवाह चिकित्सकों पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई गई है.
लोगों में चारित्रिक सुधार की जरूरत
उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल, पीएचसी और सीएचसी की हालत ऐसी हो गयी है कि न तो डॉक्टर हैं न दवाई है. आलम यह है कि बिना डॉक्टर के भी मरीज का इलाज हो जाता है. इतना ही नही उन्होंने राजनीतिक चुटकी लेते हुए कहा कि अगर लोगों का चारित्रिक सुधार हो जाय और लालू कथा समाप्त हो जाय तो राजनीति में सुधार हो जाएगा.
'लोगों के अंदर सुधार की जरुरत'
मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की ऐसी स्थिति केवल बिहार में ही है. उन्होंने तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इन राज्यों में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति काफी हद तक बेहतर हैं. उन्होंने लोगों के अंदर सुधार पर जोर दिया.
सार्थक प्रयास पर जोर दें लोग
वहीं, इस कार्यक्रम के अवसर पर आसपास के गांव के लोगों ने इस शिविर में हिस्सा लिया. साथ ही स्कूली बच्चों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की. मंत्री ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने की काफी जरूरत है. इसके लिए सार्थक प्रयास करने पड़ेगे.