भोजपुर: बक्सर के बाद भोजपुर के सिन्हा गंगा घाट पर तैरते मिले अज्ञात शवों की जमीनी हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम सिन्हा घाट पहुंची. जहां प्रशासन की लापरवाही और बदइंतजामी खुलेआम नजर आई. गगां में बहते शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद दफना तो दिया गया. लेकिन लाशों को दफन करने में जो पीपीई किट का प्रयोग किए गए थे, वो घाट पर इधर-उधर फेंके हुए मिले. जो संक्रमण को रोकने के बजाए और ज्यादा फैलाने के लिए काफी है.
हमारी टीम ने जब आस-पास के लोगों से बहते हुए शवों की सच्चाई जानने की कोशिश की तो एक स्थानीय ने बताया कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ है. जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है तब से शवों के गंगा में बहने का सिलसिला जारी है.
'इससे पूर्व में भी कई शव गंगा के बीच धारा से तैरते हुए पार की है. लेकिन इसकी सूचना प्रसाशन तक नही पहुंची घाट पर रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस तरह का शव पहले भी तैरते हुए उन्होंने देखा है. जब से कोरोना महामारी भीषण रूप में पहुंची है, तब से ये शव तैरने का सिलसिला जारी है'- रमेश जी, स्थानीय
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अज्ञात शवों का वीडियो हुआ था वायरल
दरअसल बीते शुक्रवार को भोजपुर के बड़हरा प्रखंड के सिन्हा गंगा घाट पर अज्ञात शवों के मिलने का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा गया था. ये वीडियो गंगा नदी में मिले लाशों को स्थानीय नाविकों द्वारा नदी के बीच धार में ले जाकर बहाने का है. वीडियो वायरल होते ही जिला प्रशासन की टीम सिन्हा घाट पहुंची. टीम ने स्थानीय नाविकों से शवों की खोजबीन कराई, तो एक महिला और दो पुरुष सहित तीन शव बरामद हुए.
शवों को किया गया डिस्पोज
जिला प्रशासन ने इन शवों को बक्सर और यूपी से बहकर आया हुआ बताया है. शवों के बरामद होने के बाद मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शवों का पोस्टमॉर्टम करते हुए उसे डिस्पोज कर दिया. लेकिन डिस्पोजल के दौरान इस्तेमाल किए गए पीपीई किट को घाट के पास ही इधर-उधर फेंके दिया गया जिससे संक्रमण के और ज्यादा फैलने का खतरा बन गया है.
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घाट पर पेट्रोलिंग लगातार जारी
वहीं, सिन्हा घाट पर शवों के मिलने की घटना के बाद वहां पेट्रोलिंग लगातार जारी है. घटना के बाद मीडिया को भी शवों के पास जाने से रोका गया था. कहीं न कहीं जिला प्रशासन मामले को छिपाने में लगा हुआ है. साथ ही भोजपुर के बड़हरा, शाहपुर और आरा सदर के अंचलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार सतर्कता और चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. क्योंकि ये प्रखंड गंगा नदी के तटीय क्षेत्र हैं. मामले को लेकर प्रशासन इस वक्त काफी सक्रिय है.