भोजपुर: आरा में वीर कुंअर सिंह विश्वविद्यालय की ओर से आयेजित तरंग अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने जमकर हो-हल्ला किया. यही नहीं कार्यक्रम का विरोध करते हुए आमरण अनशन पर बैठ गए. नाराज प्रतिभागी छात्रों का कहना था कि आयोजन कमिटी केवल प्रथम पुरस्कार की घोषणा कर रही है. प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को किसी प्रकार का कोई प्रमाण पत्र भी नहीं दिया जा रहा है.
'विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता'
इस धरना का नेतृत्व कर रहे छात्र संघ के अध्यक्ष सह प्रतिभागी अमित कुमार सिंह का कहना था कि कार्यक्रम में चयनित प्रतिभागियों को आगामी 21 नवंबर को अंतर विश्वविद्यालय तरंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है. लेकिन कार्यक्रम में चयनित प्रतिभागियों को नामांकित नहीं किया गया. कार्यक्रम के नाम पर विश्वविद्यालय केवल खानापूर्ति कर रहा है. आयोजन स्थल पर सही तरीके से व्यवस्था भी नहीं की जाती है.
नामंकन के समय राशी लेता है विश्वविद्यालय
छात्र नेता का कहना था कि विश्वविद्यालय नामांकन के समय हर छात्र-छात्राओं से सांस्कृतिक कोष के नाम पर राशी लेता है. लेकिन विगत 3 साल से इस कार्यक्रम का आयोजन सही तरीके से नहीं किया जाता है. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश भर के जितने विश्वविद्यालयों में यह कार्यक्रम होता है, उनमें से इस विश्वविद्यालय का खास महत्व है. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के लापरवाह रवैयै के कारण अधिकांश कॉलेज इस प्रतियोगिता में भाग लेने से वंचित रह जाते हैं.