भोजपुर: प्रदेश में कोरोना महामारी का प्रसार लगातार जारी है. इसी क्रम में जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1 हजार 89 हो गई है. जिनमें करीब 682 लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज कर दिए गए हैं. वर्तमान में सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में कुल 400 एक्टिव केस हैं. वहीं संक्रमण से जिले में अब तक कुल 7 लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं प्रतिदिन बड़ी तादाद में कोरोना मरीजों के मिलने से जिला स्वास्थ्य विभाग और शहरवासियों में दहशत का माहौल है.
जिला स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण से निपटने के लिए आरा सदर अस्पताल कैंपस में 50 बेडों का आइसोलेशन वार्ड बनाया है. साथ ही शहर के 5 प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है. स्वास्थ्य विभाग और जिलाधिकारी के निर्देशन पर रैपिड एंटीजन किट से कोरोना वायरस जांच का दायरा बढ़ाने की कोशिश कि जा रही है.
'जांच की रफ्तार को हुई तेज'
सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रतीक ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी जिला मुख्यालय के सभी अस्पतालों को कोविड- 19 आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है. आरा सदर अस्पताल कैंपस में भी 50 बेडों का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इस वार्ड में माइल्ड और मौड्रेड मरीजों का इलाज किया जाएगा. साथ ही संक्रमित की पहचान के लिए जांच की रफ्तार को भी तेज किया जा रहा है.
'मास्क का करें उपयोग'
- वहीं डॉ. विकास सिंह ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि डॉक्टर सेवा में सदैव लगे हुए हैं. साथ ही लोगों से लगातार अपील भी की जा रही है कि बेवजह घर से बाहर न निकले और मास्क का उपयोग जरूर करें.