भोजपुर: प्रदेश में लगातार 3 दिनों से हो रही बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. जन जीवन पूरी तरह से ठप है. बारिश लोगों के लिए आफत साबित हो रही है. पानी ने लोगों को 1975 के हालात की याद दिला दिया है. लोगों का कहना है कि सालों बाद ऐसे हालात बने हैं.
भोजपुर के तमाम गांव डूब चुके हैं. बारिश ने ग्रामीणों को जल कैदी बना दिया है. तेज बारिश के सामने लोग बेबस हैं. पॉश से लेकर झुग्गी झोपड़ी के इलाकों में पानी भर चुका है. पूरी व्यवस्था चरमरा गई है. निचले इलाकों में कई लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है.
मनुष्य के साथ मवेशी भी परेशान
हालात ये है कि जिला मुख्यालय में भी पानी घुस गया है. अस्पताल, प्रखंड मुख्यालय सहित कई सरकारी कार्यालय जलमग्न हो चुके हैं. जिले के गांव, कस्बों का बुरा हाल है. लोग घरों में फंस चुके हैं. मवेशियों को भी काफी परेशानी हो रही है. लोग ऊंची जगहों पर शरण लेने को मजबूर हैं. बिजली आपूर्ति भी ठप है.
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प्रतिनिधि ने की सरकार से मदद की अपील
भोजपुर के हाल के बारे में जन समस्या समाधान केंद्र बबुरा के निदेशक डॉ. अनिल कुमार सिंह अनल ने बताया कि इस बार बरसात और बाढ़ के कारण लोगों का रोजगार और जीवन प्रभावित हुआ है. उन्होंने बताया कि इलाके में संसाधनों का अभाव है. सरकारी मदद के नाम पर कुछ नसीब नहीं है. लोगों के घरों में जमा राशन-पानी भी खत्म होने के कगार पर है.