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सदर अस्पताल से गायब डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस, विधायक की शिकायत पर डीएम की कार्रवाई - bihar news

भोजपुर जिलाधिकारी ने सदर अस्पताल के एक डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि ड्यूटी के दौरान सदर अस्पताल से डॉक्टर तीन घंटे तक गायब थे.

भोजपुर
सदर अस्पताल
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Published : Apr 23, 2021, 3:34 PM IST

भोजपुर: एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही का आलम थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. देर रात 10 बजे से इमरजेंसी वार्ड में तीन घंटे तक कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. डॉक्टर के नहीं होने से मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को सूचित भी किया लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था.

ये भी पढ़ें : बेतिया के कोविड अस्पताल में लगाए गए 150 बेड, पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की भी हुई व्यवस्था

विधायक ने की जिलाधकारी से शिकायत
इस मामले की जानकारी जैसे ही अगिआंव विधायक मनोज मंजिल को मिली तो वो लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे और इसकी शिकायत जिलाधकारी से की. जिलाधकारी रोशन कुशवाहा ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए. प्राथमिक स्वास्थ्य के डॉक्टर को ड्यूटी पर लगा दिया और ड्यूटी से गायब होने वाले डॉक्टर आर के मंडल के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया. जिसके जवाब में डॉक्टर मंडल ने बताया कि वो कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. इसकी वजह से अस्पताल से नहीं आ रहे थे.

ये भी पढ़ें : दरभंगा: जिलाधिकारी ने डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर का किया निरीक्षण

रात 2 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से पहुंचे डॉक्टर
सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की हद इस बात से देखी जी सकती है कि डॉक्टर के कोरोना संक्रमित होने और अस्पताल में न आने की खबर अस्पताल प्रशासन तक को नहीं थी. विधायक मनोज मंजिल सदर अस्पताल पहुंचे तो हैरान रह गए. उन्होंने जिलाधिकारी को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी जिसके बाद रात के 2 बजे के बाद सदर अस्पताल में आरा पीएचसी के डॉक्टर पहुंचे और मरीजों का इलाज शुरू किया.

भोजपुर: एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही का आलम थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. देर रात 10 बजे से इमरजेंसी वार्ड में तीन घंटे तक कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. डॉक्टर के नहीं होने से मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को सूचित भी किया लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था.

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विधायक ने की जिलाधकारी से शिकायत
इस मामले की जानकारी जैसे ही अगिआंव विधायक मनोज मंजिल को मिली तो वो लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे और इसकी शिकायत जिलाधकारी से की. जिलाधकारी रोशन कुशवाहा ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए. प्राथमिक स्वास्थ्य के डॉक्टर को ड्यूटी पर लगा दिया और ड्यूटी से गायब होने वाले डॉक्टर आर के मंडल के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया. जिसके जवाब में डॉक्टर मंडल ने बताया कि वो कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. इसकी वजह से अस्पताल से नहीं आ रहे थे.

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रात 2 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से पहुंचे डॉक्टर
सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की हद इस बात से देखी जी सकती है कि डॉक्टर के कोरोना संक्रमित होने और अस्पताल में न आने की खबर अस्पताल प्रशासन तक को नहीं थी. विधायक मनोज मंजिल सदर अस्पताल पहुंचे तो हैरान रह गए. उन्होंने जिलाधिकारी को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी जिसके बाद रात के 2 बजे के बाद सदर अस्पताल में आरा पीएचसी के डॉक्टर पहुंचे और मरीजों का इलाज शुरू किया.

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