भोजपुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण देश में हुए लॉकडाउन ने निर्माण कंपनियों की कमर तोड़ कर रख दी है. लॉकडाउन के कारण कंस्ट्रक्शन सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. हालांकि सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में ही कंट्रक्शन कार्यों पर शर्तों के साथ छूट दे दी थी. लेकिन जिले में कई जगह निर्माण कार्य अब धीरे-धीरे शुरू हो रहा है.
दरअसल, लॉकडाउन के कारण ज्यादातर मजदूर घर चले गए थे. जिसके बाद वे काम पर नहीं लौटे और प्रवासी मजदूर भी कोरोना के डर से कई महीनों तक घर में ही रहे. ऐसे में निर्माण कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा. जिले में सोन नदी पर पुल और सड़क निर्माण कार्य करा रही पीएनसी-एसपी सिंगला का काम भी मंद पड़ा हुआ है. कंपनी में काम कर रहे मजदूरों की मानें तो लॉकडाउन ने उनकी भी परेशानियां काफी बढ़ा दी है.
कोरोना के बीच काम पर लौटे मजदूर
मजदूरों ने कहा कि कुछ समय के लिए वह घर पर चले गए थे. लेकिन पेट पालने के लिए मजबूरन उन्हें इस कोरोना काल में भी अपने काम पर लौटना पड़ा. पॉवर ऑपरेटर शिव नंदन की मानें तो लॉकडाउन ने उन्हें परिवार से मिला दिया. लेकिन समय के साथ उन्हें वापस काम पर लौटना पड़ा. उन्होंने कहा कि जबकि उनके कई साथी वापस काम पर अभी तक नहीं लौटे हैं.
![bhojpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-ara-02-rycstory-pkg-7205029_30082020175343_3008f_01871_1095.jpg)
सिविल इंजीनियर ने दी जानकारी
वहीं सिविल इंजीनियर रंगनाथ पांडे ने बताया कि लॉकडाउन के कारण निर्माण कार्य में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि करीब 60 श्रमिक मजदूर घर गए थे. जिसमें से करीब 25 वापस लौटे हैं. जबकि अन्य वापस नहीं लौटे. रंगनाथ पांडे ने कहा कि इसके बाद लोकल मजदूरों को रखकर काम करवाया जा रहा है.