आरा: बिहार एनडीए (Bihar NDA) में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. कभी मुद्दों पर मतभेद तो कभी एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी. अब तो सरकारी कार्यक्रम को लेकर भी विवाद सामने आने लगा है. आलम ये है कि होर्डिंग-पोस्टर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को ही गायब कर दिया गया, जबकि प्रदेश के विभागीय मंत्री को उसमें जगह दी गई है.
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दरअसल भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में 97 करोड़ की लागत से ओवर ब्रिज (Over Bridge) का निर्माण किया गया है. इसके लोकार्पण कार्यक्रम (Inauguration Ceremony) को लेकर बीजेपी की ओर शहर में जगह-जगह बड़े-बड़े होर्डिंग-पोस्टर लगाए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ-साथ केंद्र और राज्य के विभागीय मंत्री को तो जगह दी गई है, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन पोस्टरों से गायब कर दिया गया है.
पीएम मोदी के अलावे इन होर्डिंग-पोस्टर में भारत सरकार के परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, स्थानीय सांसद और केंद्रीय ऊर्जा व नवीनीकरण मंत्री आरके सिंह और बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन का चेहरा तो दिख रहा है, लेकिन सीएम नीतीश कुमार को कहीं भी किसी भी पोस्टर में जगह नहीं दी गई है.
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होर्डिंग-पोस्टर में मुख्यमंत्री नितीश कुमार का चेहरा नहीं दिखने से जेडीयू में नाराजगी है. राष्ट्रीय सचिव प्रिंस बजरंगी ने इसे ओछी मानसिकता बताया है. उन्होंने कहा कि सीएम की फोटो न लगाकर गठबंधन धर्म को तार-तार किया गया है. हालांकि बीजेपी ने इस पर सफाई दी है. नेताओं का कहना है कि यह सरकारी कार्यक्रम है, इसमें बीजेपी या एनडीए की कोई भूमिका नहीं है.
आपको बताएं कि आरा में बने ओवरब्रिज के उद्घाटन को लेकर आरा स्टेशन पर भव्य पंडाल बनाया गया है. स्टेशन समेत पूरे शहर में बैनर-पोस्टर लगाया गया है, लेकिन किसी भी पोस्टर और बैनर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या जेडीयू नेताओं को जगह नहीं दी गई है.