आरा: बिहार के आरा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Opposition Leader Vijay Sinha) एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिहार में बढ़ते अपराध, महागठबंधन में मतभेद और जातिवाद को लेकर पूछे गए कई सवालों के जवाब दिए. विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार आई है, अपराधी पूरी तरह बेखौफ हो गए हैं. खास तौर अपराधी शाहाबाद और आरा जिले को अपना निशाना बना रहे हैं. यहां आए दिन किसी भी व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है. इन सबके बावजूद बिहार सरकार का सिस्टम अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रहा है.
तेजस्वी यादव पर भी साधा निशाना: उन्होंने इस वार्ता में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा जब से तेजस्वी डिप्टी सीएम बने हैं, तब से ही अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है. राज्य की मौजूदा सरकार पूरे बिहार में जातीय मतभेद फैलाकर आपस में सभी को लड़वा रही है. सारण जिला इसका सीधा उदाहरण है, जहां पिछले दिनों हुए हिंसा में कई लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन अभी तक मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार नहीं हुआ है. कार्रवाई के नाम पर उसके घर की कुर्की जब्ती कर ली गई लेकिन उसी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इसकी वजह है कि उसे तेजस्वी यादव का संरक्षण मिला है. मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर वो बोले कि नीतीश कुमार कुर्सी की लालच में अपना स्तर गिरा चुके हैं. मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री जिम्मा होता है लेकिन वो तेजस्वी यादव के हाथों में इसकी डोर देकर यह साबित कर चुके हैं कि अब अंत होने वाला है, 2023 के अंत तक आरजेडी उनका भी खातमा कर देगी.
"नीतीश कुमार कुर्सी के लालच में अपना स्तर गिरा चुके हैं. मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री के हाथ में होता है लेकिन तेजस्वी यादव के हाथों में मंत्रिमंडल का विस्तार देकर यह साबित कर चुके हैं कि अब अंत होने वाला है. आप लोग देख लीजिएगा कैसे 2023 का अंत होते-होते आरजेडी इनका भी अंत कर देगी"- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
वामदलों पर निकाली भड़ास: विजय सिन्हा ने बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और वामदलों पर भी जमकर भड़ास निकाली है. वामदलों पर उन्होंने कि पहले ये ढोंग करके हत्या और अन्याय का बहाना लेकर हर रोज सड़क पर आ जाते थे. हालांकि जब से वास्तव में बिहार जंगलराज की मार झेल रहा है, ये चादर ओढ़ कर सो रहे है. बिहार में पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के लोग उनके मंसूबों को देख रहे हैं. वहीं बिहार में हो रहे जातिवाद पर खुलकर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यहां अधिकारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग जाति के देखकर किया जा रहा है. वहीं अच्छे अधिकारियों को नीचा दिखाया जा रहा है और जातिवाद करने वाले अधिकारियों को जिला सौंपा जा रहा है. इन सभी चीजों का नुकशान राज्य की जनता को झेलना पड़ रहा है.