भोजपुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार की ओर से चल रहे आंदोलन पुछता है बिहार कार्यक्रम को लेकर विद्यार्थी परिषद ने अपने हर इकाई के कार्यकर्ताओं से राजव्यापी अह्वान किया था. जिसमें बिहार सरकार की सद्बुद्धि हेतु सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घर पर हवन किया. बता दें कि दौरान कार्यकर्ताओं ने एसटीएटी परीक्षा रद्द, निजी शिक्षण संस्थानों में शुल्क माफी, परिवहन शुल्क माफी, छात्रावासों क़े शुल्क माफी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
एबीवीपी की ओर से बनाया गया है अध्ययन दल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से कोरोना महामारी के कारण प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के वर्तमान परिस्थिति में आवश्यक कार्य हेतु अध्ययन दल बनाया गया है. अध्ययन दल के तैयार रिपोर्ट को बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री को सौंपा जाएगा. अध्ययन दल के रिपोर्ट के अनुसार बिहार की शिक्षा व्यवस्था भयावह प्रतीत हो रही है. बिहार के लचर शिक्षा व्यवस्था और गलत तरीके से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा को रद्द किए जाने के खिलाफ आंदोलन और समाज मे शिक्षा के प्रति जागृति हेतु एबीवीपी ने विश्वविद्यालय स्तरीय आंदोलन समिति का गठन किया है. बिहार के शिक्षा व्यवस्था के साथ किसी को खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है. छात्रों ने कहा कि सरकार शिक्षा के प्राचीन गौरव को अविलंब वापस करें. अन्यथा एबीवीपी का प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा.
छात्रों की मांग को लेकर किया हवन
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य छोटु सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा सरकार की ओर से रद्द किए जाने के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है. इसके साथ विद्यार्थियों के रूम रेंट मांफ नही करने और निजी शिक्षण संस्थानों के शिक्षण शुल्क पर विचार नहीं करने के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. इसके लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से विश्वविद्यालय स्तरीय आंदोलन समिति का गठन किया गया है. कार्यकर्ता प्रकाश सिंह बजरंगी, राकेश तिवारी, शुभम कुमार, रौशन कुमार ने अपने घर पर हवन किया.