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ये है बिहार की शिक्षा व्यवस्था ! 4 कमरों के स्कूल में 1500 बच्चों का हो रहा पठन-पाठन

बच्चों का कहना है कि लगातार बढ़ती ठंड के कारण उन्हें विद्यालय आने में काफी परेशानी हो रही है. वो बार-बार वह जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द सरकार उन्हें नया भवन बनाकर दे ताकि वह सुचारू रूप से पढ़ाई कर सकें.

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Published : Dec 3, 2019, 9:57 AM IST

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4 कमरों की स्कूल में 1500 बच्चों का हो रहा पठन-पाठन

भोजपुर: सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इसके विपरीत है. इसकी बानगी दिखी जिले के कोईलवर स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में जहां 1500 बच्चों का पठन-पाठन महज चार कमरों में चलता है.

बता दें कि कि कोईलवर सोन नदी पर बन रहे सिक्स लेन पुल के एप्रोच रोड के लिए कोईलवर का तारामणि भगवान साव उच्चतर विद्यालय के भवन को अधिग्रहण किया गया है. जिसके बाद विद्यालय के भवन को तोड़ दिया गया है. वहीं उस विद्यालय में पढ़ने वाले 1500 बच्चों को बगल के विद्यालय में शिफ्ट किया गया है. जिससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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4 कमरों के स्कूल में 1500 बच्चों का हो रहा पठन-पाठन

बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित
ठंड के मौसम के कारण उच्चतर विद्यालय के छात्रों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है. ऐसे बच्चों के पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बच्चों का कहना है कि लगातार बढ़ती ठंड के कारण उन्हें विद्यालय आने में काफी परेशानी हो रही है. वो बार-बार वह जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द सरकार उन्हें नया भवन बनाकर दे ताकि वह सुचारू रूप से पढ़ाई कर सकें.

जानकारी देती छात्रा और प्रभारी प्रधानाचार्य

ये भी पढ़ें- बोले RJD नेता- दिखावे के लिए नीतीश करते हैं यात्रा, आम लोगों को कभी नहीं मिला फायदा

सरकार को पहल करने की जरूरत
वहीं, स्कूल के प्रभारी प्रधानाचार्य भी मानते हैं कि कमरे कम होने से काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि हाई स्कूल के बच्चे सुबह 7:00 बजे से दोपहर के 11:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं. इनके जाने के बाद मध्य विद्यालय के बच्चे दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं. उन्होंने बताया कि जगह के अभाव में स्मार्ट क्लासेस भी बंद कर दिये गये है. प्रभारी प्रधानाचार्य ने कहा कि सरकार को इस ओर पहल करने की जरूरत है.

भोजपुर: सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इसके विपरीत है. इसकी बानगी दिखी जिले के कोईलवर स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में जहां 1500 बच्चों का पठन-पाठन महज चार कमरों में चलता है.

बता दें कि कि कोईलवर सोन नदी पर बन रहे सिक्स लेन पुल के एप्रोच रोड के लिए कोईलवर का तारामणि भगवान साव उच्चतर विद्यालय के भवन को अधिग्रहण किया गया है. जिसके बाद विद्यालय के भवन को तोड़ दिया गया है. वहीं उस विद्यालय में पढ़ने वाले 1500 बच्चों को बगल के विद्यालय में शिफ्ट किया गया है. जिससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

bhojpur
4 कमरों के स्कूल में 1500 बच्चों का हो रहा पठन-पाठन

बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित
ठंड के मौसम के कारण उच्चतर विद्यालय के छात्रों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है. ऐसे बच्चों के पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बच्चों का कहना है कि लगातार बढ़ती ठंड के कारण उन्हें विद्यालय आने में काफी परेशानी हो रही है. वो बार-बार वह जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द सरकार उन्हें नया भवन बनाकर दे ताकि वह सुचारू रूप से पढ़ाई कर सकें.

जानकारी देती छात्रा और प्रभारी प्रधानाचार्य

ये भी पढ़ें- बोले RJD नेता- दिखावे के लिए नीतीश करते हैं यात्रा, आम लोगों को कभी नहीं मिला फायदा

सरकार को पहल करने की जरूरत
वहीं, स्कूल के प्रभारी प्रधानाचार्य भी मानते हैं कि कमरे कम होने से काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि हाई स्कूल के बच्चे सुबह 7:00 बजे से दोपहर के 11:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं. इनके जाने के बाद मध्य विद्यालय के बच्चे दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं. उन्होंने बताया कि जगह के अभाव में स्मार्ट क्लासेस भी बंद कर दिये गये है. प्रभारी प्रधानाचार्य ने कहा कि सरकार को इस ओर पहल करने की जरूरत है.

Intro:चार कमरों में 1500 बच्चे कर रहे पढ़ाई,
छात्रों ने कहा हमारी भी तो कोई सुनो.........

भोजपुर।

भोजपुर के कोइलवर में 1500 छात्राओं का पठन-पाठन प्लस टू विद्यालय के समीप बालक मध्य विद्यालय कोइलवर में अस्थाई रूप से मध्य विद्यालय के चार कमरे में पंद्रह सौ बच्चों का जैसे-तैसे पठन पाठ कराया जा रहा है. वह भी इस ठंड के मौसम में सुबह 7:00 बजे से बच्चे को स्कूल बुलाया जा रहा है.
ज्ञात हो कि हाई स्कूल के बच्चे सुबह 7:00 बजे से दोपहर के 11:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं वहीं इनके जाने के बाद मध्य विद्यालय के बच्चे दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक पढ़ाई करते हैं.


Body:ठंड के मौसम के कारण उच्चतर विद्यालय के छात्रों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है. वहीं बच्चों के पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है वहीं विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य ने बताया
जगह के अभाव मे स्मार्ट क्लासेस भी बंद कर दिया गया है.किसी तरह हम बच्चों को यहां पढ़ा रहे हैं. मालूम हो कि कोइलवर सोन नदी पर बन रहे सिक्स लेन पुल के एप्रोच रोड के लिए कोईलवर का तारामणि भगवान साव उच्चतर विद्यालय के भवन को अधिग्रहण किया गया है जिसके बाद विद्यालय के भवन को तोड़ दिया गया है.वहीं उस विद्यालय में पढ़ने वाले 1500 बच्चों को बगल के विद्यालय में शिफ्ट किया गया है जिससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विद्यालय के बच्चे बताते हैं लगातार ठंड बढ़ रही है जिससे उन्हें विद्यालय आने में काफी परेशानी हो रही है वो बार-बार वह जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द सरकार उन्हें नया भवन बनाकर दे ताकि वह सुचारू रूप से पढ़ाई कर सकें. वही जब इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो ना वह फोन उठाना मुनासिब समझे ना ही उनसे मुलाकात हो सकी.

बाइट-छात्रा(रियांशी कुमारी)
बाइट-छात्र(आकाश कुमार)
बाइट-प्रभारी प्रधानाचार्य(सत्येंद्र सिंह)


Conclusion:
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