भागलपुरः बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने दांव आजमाकर अपनी जमीन मजबूत करने में जुट गई हैं. बिहार में तीसरे मोर्चे की तैयारी में जुटी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस के राष्ट्रीय संयोजक यशवंत सिन्हा सभी क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं. इस दौरान में भागलपुर में पत्रकारों के पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सृजन जैसा घोटाला बिना सरकार की जानकारी के संभव ही नहीं है. सीबीआई इसकी जांच कोर्ट की निगरानी में करे. इस चर्चित घोटाले में बड़े पैमाने पर हुई रुपये की निकासी को लेकर उन्होंने मौजूदा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.
'आंख में धूल झोंक रही सीबीआई'
यशवंत सिन्हा ने आगे कहा कि सीबीआई उस पीरियड की तरफ देख ही नहीं रही जिस पीरियड में संलिप्त लोग ऊंची जगहों पर मौजूद हैं. सीबीआई के जांच के रवैये पर निशाना साधते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि सीबीआई कभी किसी बाबू को पकड़ रही है, कभी किसी और को पकड़ ले रही है.
उस समय के कलेक्टर जो वर्तमान के मुख्यमंत्री के काफी नजदीक हुआ करते थे. वह मुख्यमंत्री के इतने प्रिय थे कि उन्हें पार्टी का टिकट देकर चुनाव लड़ा दिया. अभी सीबीआई ने उसे पकड़ लिया है. कुल मिलाकर सीबीआई की जांच सृजन घोटाले को लेकर पूरी तरह से आंख में धूल झोंकने के बराबर है.
'सरकार की मर्जी के बिना संभव नहीं ये घोटाला'
भागलपुर के सृजन घोटाले को लेकर यशवंत सिन्हा ने कहा कि मैंने भी बतौर वित्तीय पदाधिकारी देश की सेवा की है. कई जगहों पर मेरी पोस्टिंग रही है. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि सरकारी मद का इस तरह से किसी निजी खाते में लेनदेन बिना सरकार की मर्जी के संभव नहीं है. सीबीआई चाहे तो जांच अच्छे से कर भी सकती है और नहीं भी कर सकती है.
सीबीआई की जांच के गलत रवैये की वजह भी लोगों को पता है. अभी जो मौजूदा सरकार है उनके कई लोग सृजन घोटाले से जुड़े हुए हैं. इसलिए सीबीआई जांच ठीक से नहीं हो रही है. सरकार को सृजन घोटाले की सीबीआई जांच कोर्ट की निगरानी में कराना चाहिए. तब जाकर जांच सही दिशा में हो पाएगी.