भागलपुरः प्रदेश में पहली बार भागलपुर में पर्यावरण एवं वन विभाग के द्वारा तीन दिवसीय पक्षी महोत्सव का आयोजन हुआ है. वन प्रमंडल भागलपुर की ओर से बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और मंदार नेचर क्लब के सहयोग से यह आयोजन किया जा रहा है. इस महोत्सव में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के शोधार्थी छात्र, एनसीसी के छात्र, पर्यावरणविद, पशु-पक्षी, वैज्ञानिक और विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के लोग भाग ले रहे हैं.
कार्यक्रम भागलपुर के सुंदरवन में आयोजित किया गया है. इस महोत्सव के दौरान पर्यावरण पर आधारित 100 देशों का दुर्लभ डाक टिकट प्रदर्शनी भी लगाया जाएगा. विभिन्न देशों से दुर्लभ डाक टिकट संग्रह किया गया है, उस डाक टिकट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा.
स्थलीय प्रशिक्षण और जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन
भागलपुर के डीएफओ एस सुधाकर ने कहा कि पक्षियों की पहचान व उनके व्यवहार का अध्ययन कराने के लिए तकनीक पर आधारित प्रशिक्षण महोत्सव में भाग लेने पहुंचे छात्र और पर्यावरणविद, पशु पक्षी प्रेमी को दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज के दिन पक्षियों की पहचान, बर्ड वाचिंग के तरीके, पक्षियों के व्यवहार और आवाज आदि की जानकारी दी जा रही है. दूसरे दिन स्थलीय प्रशिक्षण और जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि इसके लिए छात्र, गंगा प्रहरी, गरुड़ सेवियर और वैज्ञानिकों की एक टीम बनाई गई है. यह सभी शनिवार सुबह 6:00 बजे अलग-अलग जगहों पर जाएंगे. इसमें कदवा दियारा, जगतपुर झील, गंगा का पूर्ववर्ती तट और पश्चिमी तट सहित अन्य स्थल शामिल हैं. इन लोगों को कैमरा, वाहन और दूरबीन टेलीस्कोप आदि दिए जाएंगे. इस दौरान वे स्थानीय लोगों से पक्षी के बारे में जानकारी भी साझा करेंगे. उन्होंने कहा कि शाम को लौट कर सभी टीम को अपना-अपना प्रेजेंटेशन भी देना है, जिससे पता चलेगा कि इन इलाकों में पक्षियों की क्या समस्या है, उसके बारे में भी शोध शुरू किया जाएगा.
वर्ल्ड रैंकिंग सेंटर का आरंभ
बता दें कि बिहार में अब तक पक्षी महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया था. इसे पहली बार भागलपुर में आयोजित किया गया है. गौरतलब है कि भागलपुर में 2 महीने पूर्व देश के चौथे और बिहार का पहला वर्ल्ड रैंकिंग सेंटर का भी शुभारंभ हुआ है. इसकी स्थापना से यहां पर पक्षियों के शोध को बढ़ावा भी मिल रहा है.