भागलपुर: जिले में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. वहीं लापरवाह पुलिस दुष्कर्म पीड़िता और आरोपी दोनों को एक साथ पेशी के लिए ले आई. यहीं नहीं कोर्ट में पीड़ित और आरोपी को घंटों आमने-सामने बैठाया गया. इस दौरान आरोपी लड़का पुलिस के सामने ही पीड़िता से बातचीत करते हुए डरा धमका रहा था, लेकिन प्रशासन इस और कोई कार्रवाई नहीं किया.
दो सालों तक करता रहा दुष्कर्म
जिले के हबीबपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर एक युवक दो वर्षो तक दुष्कर्म करता रहा. इस दौरान किशोरी के गर्भवती होने पर उसके परिजनों को इस बात की जानकारी दी गई. वहीं परिजनों ने युवक के परिजनों से शादी के लिए कहा, लेकिन आरोपी सहित उसके परिजन राजी नहीं हुए. इसके बाद पंचायत बुलाई गई. पंचायत में भी इस बात से आरोपी परिवार वाले मुकर गए.
दो साल तक नहीं दर्ज किया गया मामला
इस मामले को लेकर पीड़िता के परिजन संबंधित थाने एसएसपी और डीआईजी कार्यालय तक लगातार चक्कर लगाते रहें, लेकिन दो साल बाद भी मामला दर्ज नहीं किया गया. वहीं 1 अक्टूबर को सीजीएम कोर्ट में मामला दर्ज कराया गया. कोर्ट के दवाब में पुलिस एक्शन में आई और आरोपी को गिरफ्तार किया गया. वहीं पीड़िता का मेडिकल कराकर कोर्ट में 164 का बयान कराने के लिए ले जाया गया. पीड़िता के वकील रविंद्र गुप्ता ने बताया कि नियम के अनुसार आरोपी और पीड़ित को एक साथ नहीं लाना चाहिए था. ऐसे में आरोपी पीड़ित लड़की को डरा धमका भी सकता है. हबीबपुर पुलिस के माध्यम से इस तरह से किया गया कार्य काफी निंदनीय है.
पुलिसकर्मियों को कार्यप्रणाली को लेकर सवाल
कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में पुलिस की कार्यप्रणाली सामने आई है. वहीं ठीक उसी तरह जिले में भी पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. आरोपी पीड़िता को डरा धमका सकता है, जिससे पीड़िता कोर्ट में अपना बयान भी बदल सकती है. ऐसे में न्याय की गुंजाइश कम रहती है. उन्होंने कहा कि ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.