भागलपुर: जिले के ततारपुर थाना क्षेत्र के विवेकानंद कॉलोनी निवासी कोचिंग संचालक और शिक्षक चंद्र भूषण सिंह ने बीते दिनों एचडीएफसी बैंक के दबाव में आकर आत्महत्या कर ली. शिक्षक के आत्महत्या के बाद एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें शिक्षक ने एचडीएफसी बैंक को अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया है. मृतक चंद्र भूषण सिंह के परिजनों के समर्थन में कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया भी अब आ गया है. सीएफआई के जनरल सेक्रेटरी कृष्ण चैतन्य ने मंगलवार को जिले के लक्ष्मीबाई चौक स्थित एक निजी कोचिंग संस्थान में प्रेस वार्ता कर पीड़ित परिवार को तीन लाख रुपया तत्काल मुआवजा देने की मांग की.
सीएफआई ने मृतक शिक्षक के दोनों बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी उठाने की मांग की. इस दौरान मृत शिक्षक की बहन नीलू कुमारी ने एचडीएफसी बैंक पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बैंक अपने लोन के पैसे को वसूल करने के लिए दलाल रखता है. दलाल को कमीशन देता है. जिन्होंने मेरे भाई के साथ बदतमीजी की थी. जिससे परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली.
बैंक के दलालों ने की बदतमीजी
प्रेस वार्ता के दौरान मृतक शिक्षक की बहन नीलू ने कहा कि घटना से कुछ दिन पहले जब उनके भाई घर पर कुछ विद्यार्थियों को पढ़ा रहे थे, तभी एचडीएफसी बैंक के दलाल पहुंच गए. दलालों ने बच्चों के सामने ही भाई के साथ बदतमीजी की. उस दिन से उनका भाई डिप्रेशन में रहने लगा था. उसके कुछ दिन बाद ही बैंक द्वारा लोन को लेकर नोटिस भेजा गया. बैंक का दो से तीन लाख का लोन था. लेकिन एचडीएफसी बैंक इसको लेकर लगातार दबाव बना रहा था. उन्होंने कहा कि उनका भाई इनकम टैक्स देत था, लेकिन बैंक ने उसे मरने के लिए मजबूर किया.
बैंक से मुआवजे और माफी की मांग
सीएफआई के जनरल सेक्रेटरी कृष्ण चैतन्य ने कहा कि बैंक को हम लोग 15 दिन का समय देते हैं. इस दौरान बैंक पीड़ित परिवार को मुआवजा दे और माफी मांगे. यदि यह मांग 15 फरवरी तक नहीं पूरी की जाती है तो पूरे भारतवर्ष में कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़े कोचिंग संचालक जिसके पास एचडीएफसी बैंक का अकाउंट है, वे अपने अकाउंट को बंद कराएंगे. साथ ही कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और बच्चों से भी अनुरोध किया जाएगा कि वह अपने माता-पिता से कहकर एचडीएफसी बैंक के अकाउंट को बंद कराएं. वहीं इस दौरान दर्जनों की संख्या में जिले के कोचिंग संचालक उपस्थित थे. प्रेस वार्ता के बाद कोचिंग संचालकों ने ततारपुर थाने जाकर केस की प्रगति के बारे में जानकारी ली. उसके बाद देर शाम उन्होंने शिक्षक के घर से कैंडल मार्च निकाला.