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क्या आपने ली है 'तंदूरी चाय' की चुस्की, अगर नहीं तो आइये बिहार

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Published : Sep 14, 2019, 1:40 PM IST

Updated : Sep 14, 2019, 3:18 PM IST

मिट्टी के कुल्हड़ में बिल्कुल अलग तरीके से बनी ये चाय वैसे तो भारत में कई जगहों पर मिलती है. लेकिन बिहार के भागलपुर में शायद यह पहली चाय की दुकान है, जहां लोग इसकी चुस्की ले रहे हैं.

तंदूरी चाय

भागलपुरः दुनिया भर में चाय के शौकिनों की कमी नहीं है. अगर किसी को चाय का चस्का एक बार लग जाए तो फिर वह इसका स्वाद लेने कहीं भी पहुंच जाता है. भारत में भी इसकी तादात काफी है. यहां कई तरह की चाय मिलती है. यूं तो आपने चाय बहुत पी होगी. लेकिन ‘तंदूरी चाय' का मजा शायद ही आपने लिया होगा. मिट्टी के कुल्हड़ में बनी ये चाय पीकर आप के मुंह से 'वाह चाय' जरूर निकलेगा.

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तंदूर पर बनती तंदूरी चाय

पार्ट टाइम जॉब के लिए खोली दुकान
दरअसल, चाय बेचने का नाम सुनकर अमुमन लोग भौंहें सिकोड़ लेते हैं. लेकिन भागलपुर के एक युवक शोएब ने बतौर पार्ट टाइम जॉब 'तंदूरी चाय' को चुना है. शोएब भागलपुर यूनिवर्सिटी चौराहे के पास चाय-शाय के नाम से एक दुकान खोला है. इस दुकान की खासियत यह है कि यहां पर आपको 'तंदूरी चाय' मिलेगी. अगर आप ने अब तक इस चाय का मजा नहीं लिया है, तो फिर इस चाय-शाय दुकान पर पहुंच जाइये. गरमा गरम चाय अपके दिलो-दिमाग को ताजगी से भर देगी.

bhagalpur
तंदूरी चाय पीता युवक

चाय में मिलती है सोंधी खुशबू
मिट्टी के कुल्हड़ में बिल्कुल अलग तरीके से बनी ये चाय वैसे तो भारत में कई जगहों पर मिलती है. लेकिन बिहार के भागलपुर में शायद यह पहली चाय की दुकान है, जहां लोग इसका चुस्की ले रहे हैं. तंदूर में पकी और कुल्हड़ की मिट्टी का सोंधा स्वाद और सोंधी खुशबू वाकई यहां के लोगों के बीच में धूम मचा रही है. तभी तो क्या बच्चे क्या बूढ़े, सभी लोग शाम में शोएब की तंदूर चाय की दुकान पर पहुंच कर चाय का मजा लेते हैं.

bhagalpur
तंदूरी चाय पीता बच्चा

चाय की कीमत सिर्फ 10 रुपये
वैसे तो शोएब टेंट हाउस का कारोबार करते हैं, लेकिन अपने एक सूरत के दोस्त के कहने पर उसने पार्ट टाइम के तौर पर तंदूर चाय की दुकान खोल ली. यहां इनकी तंदूरी चाय को काफी बेहतर रिस्पांस मिल रहा है. शोएब की इस तंदूरी चाय की रेसिपी बिल्कुल अलग है. जिसे वह दूसरों के साथ शेयर नहीं करना चाहते. चाय की कीमत सिर्फ 10 रुपये है. जो लोगों के जेब पर भारी भी नहीं पड़ती. दुकान पर तंदूरी चाय के साथ में गाने की हल्की धुन का आनंद भी आपको मिलेगा, जो चाय का मजा दोगुना कर देता है. यही वजह है कि युवा वर्ग के लोगों की भीड़ शोएब के तंदूरी चाय की दुकान पर हमेशा लगी रहती है.

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शोएब, चाय-शाय दुकान के मालिक

कुल्हड़ को तंदूर पर पकाकर बनती है चाय
तंदूरी चाय बनाने के लिए एक कुल्हड़ को तंदूर कर सिर्फ तीन बार इस्तेमाल किया जाता है. तंदूर के बाद ही चाय में मिट्टी की सोंधी खुशबू और सोंधा स्वाद मिलता है. रेसिपी पूरी तरह से सेक्रेट है. जिसे शोएब और किसी के साथ बांटना नहीं चाहते हैं. यहां चाय पीने वाला एक युवा कहना है कि चाय में कुछ अलग बात है, चाय पीने के बाद काफी अच्छा लगता है. कुछ लोग तो अपने बच्चों को भी इस चाय का मजा चखा रहे हैं.

तंदूरी चाय पीते लोग और जानकारी देते दुकान के मालिक

भागलपुरः दुनिया भर में चाय के शौकिनों की कमी नहीं है. अगर किसी को चाय का चस्का एक बार लग जाए तो फिर वह इसका स्वाद लेने कहीं भी पहुंच जाता है. भारत में भी इसकी तादात काफी है. यहां कई तरह की चाय मिलती है. यूं तो आपने चाय बहुत पी होगी. लेकिन ‘तंदूरी चाय' का मजा शायद ही आपने लिया होगा. मिट्टी के कुल्हड़ में बनी ये चाय पीकर आप के मुंह से 'वाह चाय' जरूर निकलेगा.

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तंदूर पर बनती तंदूरी चाय

पार्ट टाइम जॉब के लिए खोली दुकान
दरअसल, चाय बेचने का नाम सुनकर अमुमन लोग भौंहें सिकोड़ लेते हैं. लेकिन भागलपुर के एक युवक शोएब ने बतौर पार्ट टाइम जॉब 'तंदूरी चाय' को चुना है. शोएब भागलपुर यूनिवर्सिटी चौराहे के पास चाय-शाय के नाम से एक दुकान खोला है. इस दुकान की खासियत यह है कि यहां पर आपको 'तंदूरी चाय' मिलेगी. अगर आप ने अब तक इस चाय का मजा नहीं लिया है, तो फिर इस चाय-शाय दुकान पर पहुंच जाइये. गरमा गरम चाय अपके दिलो-दिमाग को ताजगी से भर देगी.

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तंदूरी चाय पीता युवक

चाय में मिलती है सोंधी खुशबू
मिट्टी के कुल्हड़ में बिल्कुल अलग तरीके से बनी ये चाय वैसे तो भारत में कई जगहों पर मिलती है. लेकिन बिहार के भागलपुर में शायद यह पहली चाय की दुकान है, जहां लोग इसका चुस्की ले रहे हैं. तंदूर में पकी और कुल्हड़ की मिट्टी का सोंधा स्वाद और सोंधी खुशबू वाकई यहां के लोगों के बीच में धूम मचा रही है. तभी तो क्या बच्चे क्या बूढ़े, सभी लोग शाम में शोएब की तंदूर चाय की दुकान पर पहुंच कर चाय का मजा लेते हैं.

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तंदूरी चाय पीता बच्चा

चाय की कीमत सिर्फ 10 रुपये
वैसे तो शोएब टेंट हाउस का कारोबार करते हैं, लेकिन अपने एक सूरत के दोस्त के कहने पर उसने पार्ट टाइम के तौर पर तंदूर चाय की दुकान खोल ली. यहां इनकी तंदूरी चाय को काफी बेहतर रिस्पांस मिल रहा है. शोएब की इस तंदूरी चाय की रेसिपी बिल्कुल अलग है. जिसे वह दूसरों के साथ शेयर नहीं करना चाहते. चाय की कीमत सिर्फ 10 रुपये है. जो लोगों के जेब पर भारी भी नहीं पड़ती. दुकान पर तंदूरी चाय के साथ में गाने की हल्की धुन का आनंद भी आपको मिलेगा, जो चाय का मजा दोगुना कर देता है. यही वजह है कि युवा वर्ग के लोगों की भीड़ शोएब के तंदूरी चाय की दुकान पर हमेशा लगी रहती है.

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शोएब, चाय-शाय दुकान के मालिक

कुल्हड़ को तंदूर पर पकाकर बनती है चाय
तंदूरी चाय बनाने के लिए एक कुल्हड़ को तंदूर कर सिर्फ तीन बार इस्तेमाल किया जाता है. तंदूर के बाद ही चाय में मिट्टी की सोंधी खुशबू और सोंधा स्वाद मिलता है. रेसिपी पूरी तरह से सेक्रेट है. जिसे शोएब और किसी के साथ बांटना नहीं चाहते हैं. यहां चाय पीने वाला एक युवा कहना है कि चाय में कुछ अलग बात है, चाय पीने के बाद काफी अच्छा लगता है. कुछ लोग तो अपने बच्चों को भी इस चाय का मजा चखा रहे हैं.

तंदूरी चाय पीते लोग और जानकारी देते दुकान के मालिक
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इस पूरे देश में अलग-अलग जगहों की अलग-अलग खासियत है ठीक उसी तरह भागलपुर भी रेशमी शहर के नाम से पूरे भारत में जाना जाता है भागलपुर में बांग्ला संस्कृति की अमिट छाप देखने को मिलती है उसकी सबसे बड़ी वजह है पूरा भागलपुर पहले के दौर में बंगाल का हिस्सा है ब्रिटिश काल से ही पूरे बंगाल में चाय का व्यवसाय बड़े पैमाने पर होता है असम दार्जिलिंग सिलीगुड़ी में बड़े पैमाने पर चाय की खेती एवं व्यवसाय किया जाता है यहां के लोग भी चाय पीने के बड़े शौकीन हैं इसी शौक को ध्यान में रखते हुए भागलपुर के एक युवक शोएब ने बतौर पार्ट टाइम जॉब तंदूर चाय को चुना है इन दिनों भागलपुर यूनिवर्सिटी चौराहे के पास चाय-शाय के नाम से एक दुकान खोली है इस दुकान की खासियत यह है कि यहां पर आपको तंदूरी चाय मिलेगा बिल्कुल अलग तरीके की चाय मिट्टी के कुल्हड़ को तंदूर पर पकाकर उस कुल्हड़ की मिट्टी का सोंधा स्वाद और सोंधी खुशबू वाकई यहां के लोगों के बीच में धूम मचा दिया है तभी तो क्या बच्चे क्या बूढ़े हैं सभी लोग शाम में शोएब की तंदूर चाय की दुकान पर पहुंच कर चाय का मजा लेते हैं ।


Body:वैसे तो शोएब टेंट हाउस का कारोबार करता है लेकिन अपने एक सूरत के दोस्त के कहने पर उसने पार्ट टाइम के तौर पर तंदूर चाय की दुकान खोल ली है भागलपुर में तंदूर चाय को काफी बेहतर रिस्पांस मिल रहा है शोएब इस तंदूर चाय की रेसिपी बिल्कुल अलग है जिसे वह दूसरों के साथ शेयर नहीं करना चाहता ताकि उसकी मोनोपोली बनी रहे और साथ ही साथ उसके दुकान की भीड़ भी , चाय के साथ साथ घूमना फिरना किसे पसंद नहीं है तभी तो लोग शोएब की दुकान में पहुंचकर चाय का मजा ले रहे हैं।


Conclusion:₹10 में तंदूरी चाय के साथ में गाना का भी आनंद मिले तो चाय का मजा दुगुना हो जाता है इसीलिए तो युवा वर्ग के लोगों की भीड़ शोएब के तंदूरी चाय की दुकान चाय साए में लग जाती है तंदूर पर एक कुल्हड़ को तंदूर कर सिर्फ तीन बार इस्तेमाल किया जाता है तंदूर के बाद ही चाय में मिट्टी की सोंधी खुशबू और सोना स्वाद मिलता है रेसिपी पूरी तरह से सेक्रेट है जिसे शोएब और किसी के साथ बांटना नहीं चाहते वह चाहते हैं की तंदूरी चाय में इस शहर में उनकी मोनोपोली रहे चाय पीने वाला युवा कहता है कि चाय में कुछ अलग बात है चाय पीने के बाद काफी अच्छा लगता है एक और आदमी जो अपने बच्चे के साथ चाय का मजा उठा रहे हैं उनका कहना है तंदूरी चाय पीकर बड़ा मजा आ रहा है

बाइट शोएब तंदूरी चाय चायशाय दुकान के संचालक
बाइट तंदूरी चाय पीने वाला युवा ग्राहक
बाइट तंदूरी चाय पीने वाला स्थानीय ग्राहक
Last Updated : Sep 14, 2019, 3:18 PM IST
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