भागलपुर: जिले के दौरे पर रहे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जिला पुलिस की तारीफ करते हुए यहां अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए चल रहे अभियानों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि भागलपुर की तर्ज पर अब बिहार के हर एक जिले में 'रोटो-टोको अभियान' चलेगा. इस मौके पर कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे.
2019 के दिसंबर माह से भागलपुर में वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने रोको टोको अभियान शुरू किया था. इस अभियान से पुलिस ने काफी हद तक अपराधियों की गिरफ्तारी की. अभियान के तहत लगभग 300 से ज्यादा अपराधी जेल भेजे गए. साथ ही साथ दो दर्जन से ज्यादा हथियार पुलिस ने बरामद किए. पूर्ण शराबबंदी लागू करने में भी अभियान का काफी ज्यादा असर देखने को मिला. कई शराबियों को नशे की हालत में जेल भेजा गया. साथ ही साथ कई जगह वाहन जांच में शराब की खेप भी पकड़ी गई.
सीधे जेल भेजे जाते हैं अपराधी
रोको टोको अभियान में चौक चौराहा पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रहती है. हर एक आने-जाने वालों को रोककर पूछा जाता है कि वह कहां से आ रहे हैं और कहां जाएंगे. साथ ही साथ पुलिस वाहन और शरीर की भी जांच करती हैं, ताकि किसी भी घटना को अंजाम देने के पहले अपराधी सलाखों के पीछे भेज दिए जाएं. भागलपुर जिले के कई इलाकों में वरीय पदाधिकारियों की मौजूदगी में रोको-टोको अभियान चलाया जाता है ताकि यहां के लोगों को यह लगे कि वह पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं. इस अभियान के तहत सभी पकड़े जाने वाले अपराधियों को सीधे जेल भेज दिया है.
पूरे बिहार में चलेगा अभियान-डीजीपी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने भागलपुर में रोको-टोको अभियान की सफलता को देखते हुए इसे पूरे बिहार में लागू करने की बात कही है. डीजीपी ने कहा कि इसमें कुछ संशोधन की जरूरत है. जैसे इस अभियान की टाइमिंग में सरप्राइजिंग लाने होंगे. क्योंकि किसी खास वक्त में लगातार अभियान चलाए जाने से अपराधी सतर्क हो जाते हैं. इस अभियान को समय बदल कर चलाया जाने से और ज्यादा सफलता मिल सकती है. उन्होंने कहा कि भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती ने यह अभियान चला कर अपराधियों को पकड़ कर अपराध नियंत्रण करने में काफी ज्यादा सफलता हासिल की है इसलिए इस अभियान को अपराध नियंत्रण करने के दृष्टिकोण से बिहार के सभी जिलों में चलाया जाएगा.