भागलपुर: बिहार के भागलपुर में आरपीएफ ने भारी मात्रा में कछुए का मांस बरामद (Banned turtle meat seized in Bhagalpur) किया है. वन विभाग की ओर से प्रतिबंधित कछुए का मांस कहलगांव स्टेशन से बरामद किया गया है. वन विभाग को पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कछुए के मांस की तस्करी होने वाली है. इसको लेकर वन विभाग ने आरपीएफ कहलगांव को इसकी सूचना दी थी. गुरुवार देर रात वन विभाग की टीम और आरपीएफ की मदद से 25 किलो से ज्यादा कछुए का मांस बरामद किया गया है.
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बंगाल ले जाया जा रहा था मांस: बताया जा रहा है कि 50 से अधिक कछुओं की हत्या कर उनका मांस पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट ले जाया जा रहा था. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि कछुए के मांस से दवा बनाने के साथ-साथ इसे खाने के काम में भी इस्तेमाल किया जाता है और इसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है. वहीं कछुए के मांस के साथ एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. उसका नाम पवन सहनी है, जो कहलगांव का रहने वाला है.
कछुए के मांस के साथ एक तस्कर गिरफ्तार: गिरफ्तार पवन सहनी का कहना है कि यूपी से आए एक व्यक्ति ने कछुए का मांस उसे दिया गया था और इसे बंगाल के रामपुरहाट ले जाने के लिए कहा गया था. इसके एवज में उसे दो हजार रुपए मिलने वाले थे, लेकिन कहलगांव स्टेशन पर वह कछुए के मांस के साथ गिरफ्तार हो गया. वहीं वन विभाग अब गिरफ्तार व्यक्ति से इस गैंग के अन्य सहयोगियों और तस्करों के बारे में पूछताछ कर रही है.
"गुप्त सूचना मिली थी कि कहलगांव स्टेशन से कछुए के मांस की तस्करी होने वाली है. हमलोग पांच-छह दिन पहले इसे इसे पकड़ने की तैयारी में थे. आरपीएफ को भी इसकी सूचना दे दी थी. कल शाम को आरपीएफ को पता चला कि कछुए के मांस के साथ कुछ लोग आए हुए हैं. आरपीएफ ने इसकी सूचना दी. तब जाकर हमलोग वहां जाकर कछुए के मांस के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा" -ब्रज किशोर सिंह, रेंज ऑफिसर, वन विभाग भागलपुर