भागलपुर: जिले के सुंदरवती महिला कॉलेज के ऑडिटोरियम में बिहार इकोनामिक डेवलपमेंट एंड चैलेंज डेवलपमेंट ऑफ इकोनॉमिक्स विषय पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित की गई. सेमिनार की शुरुआत तिलका मांझी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर लीला चंद्र शाह और एसएम कॉलेज के प्रोफेसर ने दीप प्रज्वलित कर किया. सेमिनार में सरकार की नीतियों पर चर्चा हुई. कार्यक्रम में इकोनॉमिक्स के लगभग सैकड़ों छात्राएं शामिल हुईं.
सेमिनार में बच्चों को संबोधित करते हुए तिलका मांझी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर लीला चंद्र शाह ने कहा कि बिहार में कई प्रपोजल को जो 3 दिन में अन्य राज्य पास कर देते हैं यह 3 महीने लगाते हैं. हमारे यहां वर्तमान की नीतीश कुमार के नेतृत्व में जिस तरह से बिहार में काम हो रहे हैं यह काफी सराहनीय है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में काम हो रहा है. हमें आशावादी होना चाहिए आशावादी सोच के साथ चलना चाहिए.
मुख्यमंत्री के सात निश्चय का किया जिक्र
कुलपति ने मुख्यमंत्री के सात निश्चय का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से सात निश्चय में सबका साथ सबका विकास का मंत्र है. यदि सही तरह से काम हुआ तो यह सार्थक हो पाएगा. उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना का मुख्यमंत्री स्वंय मॉनिटरिंग कर रहे हैं यह बहुत ही अच्छी बात है. सात निश्चय के तहत घ-घर में नल का जल ,घ-घर शौचालय, गली-गली पक्की सड़क , महिलाओं का सशक्तीकरण हो ये सब निर्णय मुख्यमंत्री ने लिए हैं. जिससे कि काफी कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है.
सुधार का संकेत
कुलपति ने कहा कि बिहार में शिक्षा में भी सुधार हुआ है अभी और होना बाकी है धीरे-धीरे पूरी तरह से हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी बिजली सुधर गई है सड़क बन रही है यह बदलाव का संकेत है. आज से कुछ साल पीछे यदि जाते हैं तो बिजली दो-तीन घंटे रहती थी अब ऐसी स्थिति नहीं है. यह सुधार का संकेत है, साथ ही उन्होंने भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन पर भी चर्चा की.