भागलपुर: तिलकामांझी विश्वविद्यालय में गांधी विचार विभाग और राजीव गांधी स्टडी सर्किल ने 'गांधी के सपनों का भारत और हमारी भूमिका' विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया. यह सेमिनार गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किया गया. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति विभाष चंद्र झा ने सेमिनार का उद्घाटन किया.
कई विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों ने भाग लिया
सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ बनारस के राजनीतिक शास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सतीश कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, विशिष्ट वक्ता के तौर पर विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के राजनीतिक शास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सीपी शर्मा ने भाग लिया. सेमिनार में चंपारण सत्याग्रह के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिस आश्रम में रुके थे उस आश्रम से 2 लोग स्मृति चिन्ह लेकर शामिल हुए. इस दौरान भागलपुर के शोधार्थियों द्वारा गांधी के विचारों पर लिखे गए दो पुस्तकों का विमोचन किया गया.
प्रोफेसर विजय कुमार झा ने कहा
गांधी विचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार झा ने कहा कि पूरी दुनिया में अनेक प्रकार की हिंसा हो रही है. पूंजीवादी लोग पैसे बनाने में लगे हुए हैं. ये लोग प्राकृतिक संसाधनों के दोहन में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी भूमिका तय करनी होगी. गांधी जी के सपनों को पूरा करना होगा. बापू के विचारों को जमीन पर उतारने के लिए संकल्प लेना होगा. संकल्प के साथ ही हम लोग गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचा सकेंगे.