भागलपुरः बिहार के भागलपुर में बालू माफिया अवैध बालू का कारोबार धड़ल्ले से कर रहे हैं. बालू की अवैध ढुलाई ऐसे होती है, जैसे इन्हें किसी का डर ही ना हो. इनका मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि कई बार इन माफियाओं ने अवैध खनन को लेकर छापा मारने गई पुलिस और खनन पदाधिकारी पर जानलेवा हमला (Sand mafia attacked police many times) भी किया है. डेढ़ वर्ष पूर्व भागलपुर जिले के सजौर थाना क्षेत्र के कमलपुर में अवैध बालू खनन व परिवहन के खिलाफ छापेमारी करने पहुंचे बांका व भागलपुर के खनन पदाधिकारी की टीम पर बालू माफियाओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी थी. पांच वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था.
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सजौर में डेढ़ वर्ष पहले हुआ था हमलाः सजौर की घटना में जब्त ट्रैक्टर से धकेल कर क्षतिग्रस्त वाहनों को नदी की खाई में फेंक दिया गया था. तत्कालीन डीआईजी सुजीत कुमार के समय में विशेष टीम का गठन कर अवैध खनन को रोकने के लिए प्रयास किया गया था. वहीं वर्तमान डीआईजी विवेकानंद कुमार अवैध खनन को लेकर काफी सख्ती दिखा रहे हैं. जिस थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन हो रहा है. वहां के थानाध्यक्षों को विशेष तौर पर अवैध खनन को रोकने के लिए वार्निंग दी जा रही है, लेकिन थानाध्यक्ष पर पदाधिकारियों के आदेश का असर होता नहीं दिख रहा है. अवैध खनन बदस्तूर जारी है.
पूरे सिस्टम को बालू माफिया ने कर लिया है हाईजैकः स्थानीय बालू माफिया आर्थिक रूप से इतने मजबूत हो चुके हैं कि पूरे सिस्टम को हाईजैक कर लिया है. छापेमारी की सूचना विभाग के पदाधिकारी और पुलिस बल के निकलने के साथ ही माफियाओं तक पहुंच जाती है. इसके बाद माफिया पूरी तरह से हरवे हथियार के साथ तैयार होकर स्थानीय अपराधियों के साथ पूरी टीम पर हमला कर देते हैं. डेढ़ वर्ष पूर्व रात के अंधेरे में हुए हिंसक झड़प में अमरपुर थाना क्षेत्र के कुसमखर, बासुदेवपुर व सजौर के हाजीपुर, कमलपुर के दबंग बालू माफियाओं का हाथ बताया गया था. कमलपुर के ग्रामीणों ने छापेमारी टीम पर गोली चलने की आवाज आने की पुष्टि भी की थी.
बालू माफिया के हमले में घायल हुए थे कई पुलिसकर्मीः बालू माफियाओं के हमले में टीम के कई जवानों व अधिकारियों के घायल होने की का मामला सामने आया था. वहीं हमले के दौरान एक बुजुर्ग अधिकारी की दम फूलने से हालत बिगड़ने की बात भी सामने आई थी. सभी वाहनों को रातोंरात वहां से हटा दिया गया था, ताकि मामला न खुल सके. ताकि विभाग की बदनामी न हो, लेकिन खनन अधिकारी और पुलिस पर हिंसात्मक हमले की बात मीडिया के सामने आ गई. इसके बाद पुलिस विभाग और खनन विभाग दोनों की किरकिरी हुई थी.
ओवरलोडिंग व अवैध माइनिंग करने वाले नपेंगे: भागलपुर में ओवरलोडिंग या अवैध माइनिंग का धंधा करने वालों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने कई टीम बना रखी है. ओवरलोडिंग को लेकर हर दिन कार्रवाई की जा रही है. इसके बावजूद माफिया बाज नहीं आ रहे. अब वैसे लोग जल्द नपेंगे और उन्हें सजा भी दी जाएगी. वएसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि लोड वाहनों की कांटा पर सही नपाई हो और उसका रसीद काटा जाए. वरना धर्म कांटा वालों पर भी कार्रवाई होगी और ओवरलोड करने वाले और अवैध माइनिंग करने वालों को पकड़े जाने पर वाहन जब्त करने के साथ-साथ उनको सजा भी मिलेगी.
"भागलपुर में ओवरलोडिंग या अवैध माइनिंग का धंधा करने वालों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने कई टीम बना रखी है. लोड वाहनों की कांटा पर सही नपाई हो और उसका रसीद काटा जाए. वरना धर्म कांटा वालों पर भी कार्रवाई होगी और ओवरलोड करने वाले और अवैध माइनिंग करने वालों को पकड़े जाने पर वाहन जब्त करने के साथ-साथ उनको सजा भी मिलेगी" - आनंद कुमार एसएसपी भागलपुर