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भागलपुर में डेंगू का प्रकोपः अब तक करीब 60 मरीजों में डेंगू कंफर्म

डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा तत्पर दिख रहा है. सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह के आदेश पर विभाग ने फॉगिंग का काम शुरू करवा दिया है. साथ ही नगर निगम को भी इलाके में साफ-सफाई को लेकर अलर्ट रहने की सलाह दी है.

भागलपुर
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Published : Sep 22, 2019, 11:22 AM IST

भागलपुरः जिले के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू का असर दिखने लगा है. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में अभी तक डेंगू के लगभग 60 दर्जन मरीज इलाज कराने पहुंच चुकें हैं. डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने भी कमर कस ली है. डॉक्टरों ने बताया कि डेंगू से बचने के लिए अपने आस-पास साफ सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए.

भागलपुर
अस्पताल में भर्ती मरीज

स्वास्थ्य महकमा हुआ तत्पर
जिले में डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा तत्पर दिख रहा है. सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह के आदेश पर विभाग ने फॉगिंग का काम शुरू करवा दिया है. साथ ही नगर निगम को भी इलाके में साफ-सफाई को लेकर अलर्ट रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जिस इलाके से डेंगू के मरीज आ रहे हैं, उस इलाके में साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है.

सिविल सर्जन का बयान

'मेडिकल साइंस में डेंगू का इलाज नहीं'
सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल साइंस में डेंगू का कोई प्रमाणित इलाज नहीं है. इस बीमारी से ग्रसित मरीजों को बुखार उतारने के लिए पेरासिटामोल दिए जाते हैं और नॉर्मल एंटीबायोटिक्स ही चलते हैं. इसमें मरीजों का प्लेटलेट्स कम हो जाता है. जिसे बढ़ाकर इसपर काबू पाने की कोशिश की जाती है.

भागलपुरः जिले के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू का असर दिखने लगा है. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में अभी तक डेंगू के लगभग 60 दर्जन मरीज इलाज कराने पहुंच चुकें हैं. डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने भी कमर कस ली है. डॉक्टरों ने बताया कि डेंगू से बचने के लिए अपने आस-पास साफ सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए.

भागलपुर
अस्पताल में भर्ती मरीज

स्वास्थ्य महकमा हुआ तत्पर
जिले में डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा तत्पर दिख रहा है. सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह के आदेश पर विभाग ने फॉगिंग का काम शुरू करवा दिया है. साथ ही नगर निगम को भी इलाके में साफ-सफाई को लेकर अलर्ट रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जिस इलाके से डेंगू के मरीज आ रहे हैं, उस इलाके में साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है.

सिविल सर्जन का बयान

'मेडिकल साइंस में डेंगू का इलाज नहीं'
सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल साइंस में डेंगू का कोई प्रमाणित इलाज नहीं है. इस बीमारी से ग्रसित मरीजों को बुखार उतारने के लिए पेरासिटामोल दिए जाते हैं और नॉर्मल एंटीबायोटिक्स ही चलते हैं. इसमें मरीजों का प्लेटलेट्स कम हो जाता है. जिसे बढ़ाकर इसपर काबू पाने की कोशिश की जाती है.

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भागलपुर के शहर का कई इलाका डेंगू की चपेट में 60 से ज्यादा मरीज पहुंचे भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल

भागलपुर के शहरी इलाकों में डेंगू धीरे-धीरे अपने पांव पसार रहा है कई मरीजों के अस्पताल में पहुंचने के बाद जिला प्रशासन का स्वास्थ्य महकमा अलर्ट में आ गया है डेंगू के मरीज जिस जिस इलाके में मिले हैं उस इलाके में सफाई एवं फागिंग का काम शुरू करवाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह ने आदेश दिया है साथ ही उन्होंने नगर निगम को भी इस मामले में साफ-सफाई को लेकर मुस्तैद रहने के लिए कहा है ।


Body:सफाई को लेकर नगर निगम है पूरी तरह लापरवाह कई इलाकों में गंदगी ज्यादा होने की वजह से फैल रहा डेंगू

क्योंकि जिस इलाके में डेंगू फैल रहा है उस इलाके में काफी ज्यादा गंदगी होने की बात सामने आ रही है अभी तक भागलपुर में 5 दर्जन से ज्यादा डेंगू के मरीज भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए हैं जिसमें करीबन 40 से ज्यादा मरीज भागलपुर के शहरी क्षेत्र के रहने वाले लोग हैं । हर वर्ष सैकड़ों मरीज डेंगू की चपेट में आते हैं इसमें कई मरीजों की मौत भी हो जाती है लेकिन स्वास्थ्य प्रबंधन पर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिलता है खानापूर्ति के तौर पर नगर निगम के लोगों के द्वारा गंदगी वाले इलाके में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा महज खानापूर्ति के तौर उपलब्ध कराया मेलाथियान का छिड़काव कर देते हैं लेकिन इसका भी कोई खास असर डेंगू बीमारी पर होता नहीं दिखता है


Conclusion:पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में सिर्फ प्लेटलेट्स उपलब्ध होने की वजह से लोग होते हैं भर्ती ताकि ज्यादा प्लेटलेट काउंट घटने के बाद प्लेटलेट्स चढ़ाया जा सके

पूर्वी बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल कहे जाने वाले जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की भी स्थिति काफी ज्यादा अच्छी नहीं कही जा सकती है वहां भी अगर देखें तो डेंगू के इलाज को लेकर सिर्फ पेरासिटामोल और एंटीबायोटिक्स ही मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह का कहना है कि डेंगू का कोई खास ट्रीटमेंट करके मेडिकल साइंस में कुछ नहीं है बुखार आने पर पेरासिटामोल और नॉर्मल एंटीबायोटिक्स मरीजों को दी जाती है ।

बाइट डॉ विजय कुमार सिंह सिविल सर्जन भागलपुर डार्क ग्रीन शर्ट में
बाइट डॉक्टर आरसी मंडल अधीक्षक जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भागलपुर
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