भागलपुर: जिले में प्राइवेट टीचर एसोसिएशन के बैनर तले शहर के सभी प्रमुख कोचिंग संस्थानों के संस्थापक के साथ खंजरपुर स्थित एक निजी कोचिंग संस्थान के हॉल में बैठक आयोजित हुई. बैठक के बाद कोचिंग संचालक का दो प्रतिनिधिमंडल ने डीएम प्रणब कुमार से मिलकर मांग पत्र सौंपा है. जिसमें कोचिंग संचालकों ने जिले में कोचिंग खोलने की मांग की है. प्राइवेट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में दर्जनों शिक्षक समाहरणालय पहुंचे. इस दौरान शांतिपूर्ण तरीके से शिक्षकों ने प्रदर्शन किया.
कोचिंग संस्थान खोलने की मांग
निजी कोचिंग संस्थान के संचालक आरके झा ने कहा कि भागलपुर शहर का रोजगार विद्यार्थी की वजह से चल रहा है और बीते मार्च महीने से कोचिंग संस्थान बंद है. जिस वजह से आर्थिक स्थिति भी असामान्य हो गई है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के रहने से शहर में छोटे व्यापार से लेकर बड़े व्यापार तक को लाभ मिलता था. लेकिन सरकार ने 21 सितंबर से कोचिंग संस्थान को खोलने के लिए जो आदेश पारित किया था. उसे वापस ले लिया यह दुर्भाग्यपूर्ण है. कोचिंग संचालक सह शिक्षक ने कहा कि बिल्डिंग मालिक अब पैसा मांगने लगे हैं. ऐसे में अब घर परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. इसलिए जिलाधिकारी से मिलकर अपने मांग पत्र को सौंपा और अपील की है कि कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति दी जाए.
'सरकारी नियमों का करेंगे पालन'
कोचिंग संचालक रजनीश कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार ने पहले 21 सितंबर से सरकारी स्कूल के साथ-साथ निजी कोचिंग संस्थान को भी खोलने का आदेश दिया था. लेकिन उसे वापस ले लिया गया. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में यदि कोरोना वायरस को लेकर बताए गए नियम का पालन किया जा सकता है. तो प्राइवेट कोचिंग संस्थान में भी नहीं किया जा सकता है. इसलिए हमें भी कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति दी जाए. साथ ही कहा कि कोचिंग संस्थान के संचालक सरकार को आश्वस्त करते हैं कि हम अपने कोचिंग संस्थान में भी कोरोना को लेकर हर उपाय को अपनाएंगे.