भागलपुर: पीरपैंती से भाजपा विधायक (Pirpainti BJP MLA Lalan Paswan) अपने बयान काे लेकर चर्चा में हैं. एक इंटरव्यू में बीजेपी विधायक ने खुलकर धार्मिक मान्यताओं का विरोध किया है. पीरपैंती विधायक ललन पासवान ने अपने बयान में कहा है कि अगर मुस्लिम लक्ष्मी को नहीं मानते हैं, तो क्या वह करोड़पति-अरबपति नहीं हैं. यह बयान ललन पासवान ने अपनी मां की मृत्यु के पश्चात श्राद्ध कर्म के मुद्दे पर दी. उन्होंने मृत्यु भोज को समाज की कुरीति (Lalan Paswan boycotted death feast) कहकर इसके बहिष्कार करने आह्वान किया. उनके बयान पर घमासान मचा हुआ है.
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वैज्ञानिक सोच से बदलेगा समाजः ललन पासवान ने कहा कि मानो तो देव नहीं तो पत्थर. जबतक मान रहे हैं तभी ये आत्मा और परमात्मा का चक्कर है. अगर मानना छोड़ देंगे तो उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी. मान्यता के बजाय अपने तर्क शक्ति से जब जोड़ेंगे. जब उनकी सोच वैज्ञानिक होगी तो खुद हमारी तरह वो भी बदलेंगे. इसी क्रम में विधायक ललन कुमार ने देवी-देवता पूजन पर भी सवाल खड़े कर दिये.
लक्ष्मी-सरस्वती पूजा पर विधायक के तर्कः पीरपैंती के भाजपा विधायक ललन कुमार ने कहा कि ऐसी मान्यता है कि सरस्वती पूजा की देवी है. अब ये बताएं कि क्या मुसलमान विद्वान नहीं होते. क्या वो आइएएस-आइपीएस नहीं बनते. ये मान्यता है कि लक्ष्मी की पूजा करने से धन होता है. दीपावली अभी आ रही है. अब ये बताएं क्या मुसलमान के पास धन नहीं होता. क्या वो अरबपति-खरबपति नहीं होते? उन्होंने कहा कि ये मान्यता है कि बजरंगबली शक्ति वाले देवता हैं और ताकत प्रदान करते हैं. मुसलमान या क्रिश्चन लोग पूजा नहीं करते तो क्या ताकत नहीं है. ललन सिंह ने कहा कि जिस दिन आप मानना बंद कर देंगे ये सब बीमारी खत्म हो जाएगी.
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"मानो तो देव नहीं तो पत्थर. जबतक मान रहे हैं तभी ये आत्मा और परमात्मा का चक्कर है. अगर मानना छोड़ देंगे तो उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी. मान्यता के बजाय अपने तर्क शक्ति से जब जोड़ेंगे. जब उनकी सोच वैज्ञानिक होगी तो खुद हमारी तरह वो भी बदलेंगे"-ललन पासवान, विधायक