भागलपुर: जिले में 10 दिनों से प्राकृतिक त्रासदी के रूप में आए बाढ़ का कहर से लगभग 5 लाख के आसपास लोग प्रभावित हुए हैं. जिसको लेकर सरकार ने कई जगहों पर बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाए हैं. लेकिन राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों को समय पर भोजन नहीं मिलने को लेकर बाढ़ पीड़ित नारेबाजी भी कर रहे हैं.
बच्चों को दिया जा रहा पोषाहार
बता दें कि बाढ़ पीड़ितों के राहत बचाव कार्य के लिए सरकार की ओर से लगभग 21 जगहों पर राहत शिविर चलाई जा रही है. जहां लोगों को भोजन और चिकित्सा सुविधा मुहैया करायी जा रही है. आंगनवाड़ी भी बच्चों को पोषाहार दे रहा है. साथ ही उनलोगों को पढ़ाया भी जा रहा है. वहीं, जहां लोग बाढ़ में गांव में घरों में फंस गए हैं. उनके लिए भी सरकार और निजी संस्थाएं राहत सामग्री उपलब्ध करवा रही है. ताकि इस भीषण त्रासदी में किसी तरह से लोग अपनी जिंदगी बचा सकें. सरकार की ओर से 60 से ज्यादा जगहों पर सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना उनकी पशु को चारा नहीं मिल पा रहा है. इसके कारण उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.