भागलपुर: पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा के बाद ट्रेन और बसें पूरी तरह से बंद है. लेकिन जिन्हें अपने घर लौटना है वह पैदल ही पटना जैसे शहर से करीबन 260 किलोमीटर से ज्यादा भागलपुर कहलगांव के लिए पलायन करते हुए दिख रहे हैं. 5 मजदूरों का समूह पटना से 4 दिन पहले 6 बजे शाम को अपने घर के लिए निकल पड़े. पैदल चलते चलते हुए लोग भागलपुर पहुंच गए हैं. उन्हें अब इस बात की चिंता सता रही है की गांव या मोहल्ले में बाहर से आने वाले लोगों को नहीं आने की इजाजत दी जा रही है. खासकर बिना मेडिकल टेस्ट के ऐसी परिस्थिति में पटना से भागलपुर पहुंचे लोगों ने कहा कि पहले वह भागलपुर मेडिकल कॉलेज जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग करवाएंगे उसके बाद ही घर जाएंगे. शाम के समय में राशन और दवाई की दुकानों से खरीदारी के लिए प्रशासनिक स्तर को छूट दी गई है.
लॉक डाउन में पैदल ही पलायन कर रहें लोग, बिहार के कई जिलों में दिखी ये तस्वीर
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण देश तबाह हो चुका है. आलम में है कि लोग अब पैदल ही अपने घर पलायन कर रहे हैं. वहीं, प्रशासन भी लोगों से भीड़ इकठ्ठा नहीं करने के लिए लगातार मना कर रहा है.
भागलपुर: पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा के बाद ट्रेन और बसें पूरी तरह से बंद है. लेकिन जिन्हें अपने घर लौटना है वह पैदल ही पटना जैसे शहर से करीबन 260 किलोमीटर से ज्यादा भागलपुर कहलगांव के लिए पलायन करते हुए दिख रहे हैं. 5 मजदूरों का समूह पटना से 4 दिन पहले 6 बजे शाम को अपने घर के लिए निकल पड़े. पैदल चलते चलते हुए लोग भागलपुर पहुंच गए हैं. उन्हें अब इस बात की चिंता सता रही है की गांव या मोहल्ले में बाहर से आने वाले लोगों को नहीं आने की इजाजत दी जा रही है. खासकर बिना मेडिकल टेस्ट के ऐसी परिस्थिति में पटना से भागलपुर पहुंचे लोगों ने कहा कि पहले वह भागलपुर मेडिकल कॉलेज जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग करवाएंगे उसके बाद ही घर जाएंगे. शाम के समय में राशन और दवाई की दुकानों से खरीदारी के लिए प्रशासनिक स्तर को छूट दी गई है.