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जल्द निर्मल होगी गंगा, सेंसर से प्रदूषण पर रहेगी नजर, सर्वे का काम जारी - रियल टाइम मॉनीटिरंग स्टेशन

भागलपुर से गुजरने वाली गंगा का पानी अब निर्मल होगा. दरअसल पानी की शुद्धता पर अब खास नजर रखी जाएगी. इसके लिए भारत सरकार के नमामि गंगे योजना के तहत रियल टाइम क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित की जाएगी.

Ganga Bhagalpur
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Published : Mar 18, 2021, 7:37 PM IST

भागलपुर: जिले से गुजरने वाली गंगा का पानी अब निर्मल होगा. पानी की शुद्धता पर नजर रखने के लिए भारत सरकार के नमामि गंगे योजना के तहत रियल टाइम क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित की जाएगी. इसके लिए हैदराबाद की कंपनी स्वान टेक्निकल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है.

Ganga Bhagalpur
भागलपुर से गुजरने वाली गंगा का पानी अब होगा निर्मल

यह भी पढ़ें- समस्तीपुर: वरदान साबित होगी कम्युनिटी खेती कॉन्सेप्ट, अबतक 3425 किसान जुड़े

'सेंसर के माध्यम से पानी में मौजूद बीओडी, सीओडी, पीएच आदि की गुणवत्ता की जांच की जाएगी. इससे गंगा को प्रदूषित होने से रोकने में काफी मदद मिलेगी.'- विक्रम विशाल, सहायक मैनेजर, स्वान टेक्निकल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड

Ganga Bhagalpur
रियल टाइम क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन की जाएगी स्थापित

बिहार में 10 गंगा घाट पर रियल टाइम मॉनिटरिंग
बिहार में 10 गंगा घाटों पर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जाएगा. जिसमें भागलपुर भी शामिल है. भागलपुर में गंगा के पानी की शुद्धता पर नजर रखने के लिए बरारी पुल घाट और विक्रमशिला सेतु पुल के पास करीब एक करोड़ रुपए की लागत से मॉनिटरिंग स्टेशन का निर्माण होगा. मॉनिटरिंग स्टेशन में यंत्र की स्थापना की जाएगी.

संख्या इन घाटों पर रियल टाइम मॉनिटरिंग
1. भागलपुर
2. कुर्सेला
3. खगड़िया
4. छपरा
5. आरा
6. फतुहा
7. दीघा
8. हाजीपुर
9. बक्सर
10. बूढ़ी गंडक

ऐसे काम करेगा सेंसर
एक यंत्र को गंगा के मुख्यधारा में लगाया जाएगा. दोनों को स्टेशन से जोड़ा जाएगा. इसे वहां स्थापित किया जाएगा जहां नदी की दो धाराएं आपस में मिलती हैं. मुख्यधारा में सिलैंडरनुमा सेंसर यूनिट लगाया जाएगा. इसके लिए कंट्रोल पैनल बनेगा, जो ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ा होगा. इसे ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए सोलर पैनल स्थापित किये जाएंगे, ताकि बाढ़ के दौरान भी ऊर्जा की दिक्कत ना हो. यह सिस्टम 24 घंटे काम करेगा. पूरा सिस्टम ऑनलाइन कार्य करेगा.

यह भी पढ़ें- पटना में 100 साल पुरानी इमारतों की भरमार, ढहने का खतरा, नीति बनाने की मांग

सेंसर से 24 घंटे निगरानी
सेंसर के माध्यम से प्रत्येक घंटे केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड दिल्ली के कंट्रोल कक्ष को पानी की शुद्धता की रिपोर्ट देगा. इसमें जीपीएस व कैमरे भी लगे होंगे. जिससे चोरी की घटना को भी रोका जा सकेगा. दरअसल नमामि गंगे पर योजना के तहत गंगा की सफाई का रिजल्ट नहीं निकल रहा है. रियल टाइम मॉनिटरिंग से गंगा जहां ज्यादा गंदी होगी वहां पर विभाग फोकस कर सकेगा. और चरण बद्ध सफाई संभव हो सकेगी.

भागलपुर: जिले से गुजरने वाली गंगा का पानी अब निर्मल होगा. पानी की शुद्धता पर नजर रखने के लिए भारत सरकार के नमामि गंगे योजना के तहत रियल टाइम क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित की जाएगी. इसके लिए हैदराबाद की कंपनी स्वान टेक्निकल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है.

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भागलपुर से गुजरने वाली गंगा का पानी अब होगा निर्मल

यह भी पढ़ें- समस्तीपुर: वरदान साबित होगी कम्युनिटी खेती कॉन्सेप्ट, अबतक 3425 किसान जुड़े

'सेंसर के माध्यम से पानी में मौजूद बीओडी, सीओडी, पीएच आदि की गुणवत्ता की जांच की जाएगी. इससे गंगा को प्रदूषित होने से रोकने में काफी मदद मिलेगी.'- विक्रम विशाल, सहायक मैनेजर, स्वान टेक्निकल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड

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रियल टाइम क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन की जाएगी स्थापित

बिहार में 10 गंगा घाट पर रियल टाइम मॉनिटरिंग
बिहार में 10 गंगा घाटों पर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जाएगा. जिसमें भागलपुर भी शामिल है. भागलपुर में गंगा के पानी की शुद्धता पर नजर रखने के लिए बरारी पुल घाट और विक्रमशिला सेतु पुल के पास करीब एक करोड़ रुपए की लागत से मॉनिटरिंग स्टेशन का निर्माण होगा. मॉनिटरिंग स्टेशन में यंत्र की स्थापना की जाएगी.

संख्या इन घाटों पर रियल टाइम मॉनिटरिंग
1. भागलपुर
2. कुर्सेला
3. खगड़िया
4. छपरा
5. आरा
6. फतुहा
7. दीघा
8. हाजीपुर
9. बक्सर
10. बूढ़ी गंडक

ऐसे काम करेगा सेंसर
एक यंत्र को गंगा के मुख्यधारा में लगाया जाएगा. दोनों को स्टेशन से जोड़ा जाएगा. इसे वहां स्थापित किया जाएगा जहां नदी की दो धाराएं आपस में मिलती हैं. मुख्यधारा में सिलैंडरनुमा सेंसर यूनिट लगाया जाएगा. इसके लिए कंट्रोल पैनल बनेगा, जो ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ा होगा. इसे ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए सोलर पैनल स्थापित किये जाएंगे, ताकि बाढ़ के दौरान भी ऊर्जा की दिक्कत ना हो. यह सिस्टम 24 घंटे काम करेगा. पूरा सिस्टम ऑनलाइन कार्य करेगा.

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सेंसर से 24 घंटे निगरानी
सेंसर के माध्यम से प्रत्येक घंटे केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड दिल्ली के कंट्रोल कक्ष को पानी की शुद्धता की रिपोर्ट देगा. इसमें जीपीएस व कैमरे भी लगे होंगे. जिससे चोरी की घटना को भी रोका जा सकेगा. दरअसल नमामि गंगे पर योजना के तहत गंगा की सफाई का रिजल्ट नहीं निकल रहा है. रियल टाइम मॉनिटरिंग से गंगा जहां ज्यादा गंदी होगी वहां पर विभाग फोकस कर सकेगा. और चरण बद्ध सफाई संभव हो सकेगी.

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