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बदहाल NH-80 के निर्माण और चौड़ीकरण कार्य अक्टूबर के अंत में होगा शुरू, यात्रियों को मिलेगी राहत

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Published : Sep 7, 2021, 9:37 PM IST

कई दशकों से बदहाल राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-80 के निर्माण और चौड़ीकरण के लिए टेंडर हो जा चुका है. उम्मीद है कि अक्टूबर के अंत में इसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा.

NH-80
NH-80

भागलपुर: बिहार के भागलपुर से मिर्जाचौकी (Bhagalpur to Mirzachowki) तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-80 (National Highway No-80) दो दशक से बदहाल स्थिति में है. इस पर सफर करना गांव की पगड़डियों पर सफर करने के बराबर है. लेकिन इसके चौड़ीकरण और पीसीसी का कार्य अक्टूबर माह से शुरू होना है. जिसका निर्माण 971 करोड़ की लागत से मुंगेर से लेकर मिर्जाचौकी तक करीब 120 किलोमीटर होगा. इसका टेंडर महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है. संभावना जतायी जा रही है कि तकरीबन एक साल में एनएच-80 तैयार हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- बाढ़ से बिहार को करोड़ों का नुकसान, बड़े पैमाने पर पुल पुलिया और सड़क ध्वस्त

बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-80 की 10 मीटर चौड़ाई होगी और पीसीसी सड़क बनाई जाएगी. इसके अलावा जीरोमाइल से सबौर के बीच फोरलेन बनेगी. कहलगांव और पीरपैंती के बीच टोल प्लाजा भी बनाया जाएगा. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, इस मार्ग में काली मिट्टी होने के कारण सड़क में बार-बार खराब होती है. इसलिए सबौर और घोघा के बीच मिट्टी खोदकर फ्लाई ऐश और बालू भरने के बाद दोमट मिट्टी भरी जाएगी. साथ मसाढू पुल सहित 100 पुल और पुलिया का निर्माण भी किया जाएगा. जिला प्रशासन ने अतिक्रमण कारियों को जल्द अतिक्रमण खाली करने के लिए नोटिस भेजा दिया है. वहीं, सड़क के बगल में बिजली के खंभे, चापाकल, जलापूर्ति पाइपों को भी हटाया जाएगा. इसमें करीब 50 करोड़ खर्च होंगे.

देखें वीडियो

इस संबंध में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि भागलपुर एनएच-80 का टेंडर हो गया है. निर्माण कार्य अक्टूबर से शुरू होने का अनुमान है. सबौर और अकबरनगर में जहां पानी और नदी का पानी आता है. पीसीसी ढलाई करायी जाएगी. नाले के निर्माण का भी टेंडर फाइनल हो गया है, जल्द ही काम शुरू हो जाएगा. सड़क किनारे जहां अतिक्रमण है, उसको हटाने को लेकर कार्यपालक अभियंता को मापी कराकर अतिक्रमणकारियों को नोटिस देने का पहले ही निर्देश दिया है. यदि जानबूझकर कोई अतिक्रमणकारी अतिक्रमण नहीं हटाता है तो वहां मजिस्ट्रेट बहाल कर अतिक्रमण को हटाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- BJP सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल से मुझे जान का खतरा, JDU नेता बोले- स्कॉर्पियो लौटाने को कहा तो करने लगे प्रताड़ित

सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि एनएच-80 का टेंडर महाराष्ट्र की कंपनी को मिला है. जिसका कार्य अक्टूबर माह के अंतिम में शुरू होने की उम्मीद है. अभी बारिश के चलते सड़क पर कई जगह बाढ़ पीड़ित शरण लिए हुए हैं. उम्मीद है कि अक्टूबर के अंत तक सभी लोग सड़क खाली कर देंगे. सड़क का निर्माण कार्य समय सीमा के अंदर हो, इसको लेकर हम लगातार दबाव भी बनाते रहेंगे.

गौरतलब है कि मुंगेर से मिर्जाचौकी तक राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण और पीसीसी का काम करने के लिए दो भागों में टेंडर हुआ है. जिसमें मुंगेर से सुल्तानगंज होते हुए भागलपुर के दोग्च्छी के लिए 477. 54 करोड़ रुपए स्वीकृत हुआ है. वहीं, भागलपुर जीरोमाइल से कहलगांव होते हुए मिर्जाचौकी तक 566.15 करोड़ स्वीकृत हुआ है. एनएच-80 पर प्रतिदिन 40 हजार से अधिक वाहनों का परिचालन होता है. व्यवसाय की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है. मिर्जाचौकी से पूरे बिहार, नेपाल और पश्चिम बंगाल में इसी मार्ग से पत्थर की आपूर्ति की जाती है.

भागलपुर: बिहार के भागलपुर से मिर्जाचौकी (Bhagalpur to Mirzachowki) तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-80 (National Highway No-80) दो दशक से बदहाल स्थिति में है. इस पर सफर करना गांव की पगड़डियों पर सफर करने के बराबर है. लेकिन इसके चौड़ीकरण और पीसीसी का कार्य अक्टूबर माह से शुरू होना है. जिसका निर्माण 971 करोड़ की लागत से मुंगेर से लेकर मिर्जाचौकी तक करीब 120 किलोमीटर होगा. इसका टेंडर महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है. संभावना जतायी जा रही है कि तकरीबन एक साल में एनएच-80 तैयार हो जाएगा.

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बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-80 की 10 मीटर चौड़ाई होगी और पीसीसी सड़क बनाई जाएगी. इसके अलावा जीरोमाइल से सबौर के बीच फोरलेन बनेगी. कहलगांव और पीरपैंती के बीच टोल प्लाजा भी बनाया जाएगा. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, इस मार्ग में काली मिट्टी होने के कारण सड़क में बार-बार खराब होती है. इसलिए सबौर और घोघा के बीच मिट्टी खोदकर फ्लाई ऐश और बालू भरने के बाद दोमट मिट्टी भरी जाएगी. साथ मसाढू पुल सहित 100 पुल और पुलिया का निर्माण भी किया जाएगा. जिला प्रशासन ने अतिक्रमण कारियों को जल्द अतिक्रमण खाली करने के लिए नोटिस भेजा दिया है. वहीं, सड़क के बगल में बिजली के खंभे, चापाकल, जलापूर्ति पाइपों को भी हटाया जाएगा. इसमें करीब 50 करोड़ खर्च होंगे.

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इस संबंध में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि भागलपुर एनएच-80 का टेंडर हो गया है. निर्माण कार्य अक्टूबर से शुरू होने का अनुमान है. सबौर और अकबरनगर में जहां पानी और नदी का पानी आता है. पीसीसी ढलाई करायी जाएगी. नाले के निर्माण का भी टेंडर फाइनल हो गया है, जल्द ही काम शुरू हो जाएगा. सड़क किनारे जहां अतिक्रमण है, उसको हटाने को लेकर कार्यपालक अभियंता को मापी कराकर अतिक्रमणकारियों को नोटिस देने का पहले ही निर्देश दिया है. यदि जानबूझकर कोई अतिक्रमणकारी अतिक्रमण नहीं हटाता है तो वहां मजिस्ट्रेट बहाल कर अतिक्रमण को हटाया जाएगा.

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सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि एनएच-80 का टेंडर महाराष्ट्र की कंपनी को मिला है. जिसका कार्य अक्टूबर माह के अंतिम में शुरू होने की उम्मीद है. अभी बारिश के चलते सड़क पर कई जगह बाढ़ पीड़ित शरण लिए हुए हैं. उम्मीद है कि अक्टूबर के अंत तक सभी लोग सड़क खाली कर देंगे. सड़क का निर्माण कार्य समय सीमा के अंदर हो, इसको लेकर हम लगातार दबाव भी बनाते रहेंगे.

गौरतलब है कि मुंगेर से मिर्जाचौकी तक राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण और पीसीसी का काम करने के लिए दो भागों में टेंडर हुआ है. जिसमें मुंगेर से सुल्तानगंज होते हुए भागलपुर के दोग्च्छी के लिए 477. 54 करोड़ रुपए स्वीकृत हुआ है. वहीं, भागलपुर जीरोमाइल से कहलगांव होते हुए मिर्जाचौकी तक 566.15 करोड़ स्वीकृत हुआ है. एनएच-80 पर प्रतिदिन 40 हजार से अधिक वाहनों का परिचालन होता है. व्यवसाय की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है. मिर्जाचौकी से पूरे बिहार, नेपाल और पश्चिम बंगाल में इसी मार्ग से पत्थर की आपूर्ति की जाती है.

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