भागलपुरः अंगिका भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग को लेकर भागलपुर शहर के ऐतिहासिक सैंडिस कंपाउंड में रविवार को मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया. इस दौरान राजनीतिक और मजहबी दीवार ढहती दिखी. इसमें सभी समुदाय और राजनीतिक दल के लोगों ने भाग लिया. साथ ही नगर विधायक अजीत शर्मा ने भी शिरकत की.
'अंगिका को बनाएंगे बोल-चाल की भाषा'
दिन के 12 बजे से 12:30 बजे तक बनी इस श्रृंखला में शामिल होने के लिए लोग सुबह से ही मैदान में जुटने लगे थे. इसमें भारी संख्या में महिला और युवा भी शामिल हुए. लोगों ने कहा कि सरकार तक हमारी बात पहुंचे इस लिए हम लोगों ने श्रृंखला का निर्माण किया है. वहीं युवाओं ने भी अंगिका को बोल-चाल की भाषा के रूप में अपनाने का संकल्प लिया.
अंगिका-संथाली नृत्य की प्रस्तुति
मानव श्रृंखला के दौरान आदिवासी समुदाय के लोगों ने अंगिका-संथाली नृत्य पेश किए. वहीं, कई लोगों ने अंगिका क्षेत्र की समृद्ध लोक संस्कृति को अपने परिधानों से दर्शाने की कोशिश की. अमर शहीद तिलकामांझी, बाबा विशु राउत, संत महर्षि दास, विषहरी भगत का रूप धारण कर लोग मानव श्रृंखला में शामिल हुए.
'विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा'
नगर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि अंगिका को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है, यह आंदोलन अलग-अलग रूपों में जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से इसे विधानसभा में उठाऊंगा और सरकार के संज्ञान में लाऊंगा.