भागलपुर: आगामी 28 फरवरी को लवकुश एकता मंच द्वारा पटना में होने वाले कार्यक्रम को लेकर भागलपुर के कचहरी चौक स्थित एक निजी होटल में बैठक हुई. बैठक में लव कुश एकता मंच के संयोजक पूर्व विधायक सतीश कुमार मौजूद थे. जहां उनका स्थानीय कोइरी, कुर्मी समाज के लोगों ने स्वागत किया.
ये भी पढ़ें ...कोरोना काल में आयोग के समक्ष चुनौतियों पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कही ये बात
28 फरवरी को होने वाले बैठक में शामिल होने का अनुरोध
बैठक में लव कुश एकता मंच के संयोजक सतीश कुमार ने लव कुश एकता मंच के उद्देश्य और कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी और आगामी 28 फरवरी को पटना में होने वाले बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया. बैठक में बड़ी संख्या में कोइरी कुर्मी समुदाय के लोगों ने भाग लिया.
ये भी पढ़ें ...पीएम मोदी बोले- ये दशक का पहला सत्र, भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण
28 फरवरी को लवकुश एकता मंच द्वारा विशाल बैठक पटना के गांधी मैदान में बुलाई गई है. उस बैठक में अधिक से अधिक कोइरी, कुर्मी समाज के लोग हिस्सा लें और उस बैठक को सफल बनाएं, उसको लेकर यह कार्यक्रम आयोजित की गई थी. जिसके माध्यम से कोइरी और कुर्मी की भागीदारी राजनीतिक क्षेत्र में अधिक हो उस पर चर्चा की गई. 28 फरवरी को पटना के बैठक में आगामी दिनों बिहार में कोइरी कुर्मी की संयुक्त रैली लव-कुश एकता मंच के द्वारा आयोजित की जाएगी. उस दिन उस रैली की तारीख की घोषणा की जाएगी.- सतीश कुमार, एकता मंच के संयोजक सह पूर्व विधायक
शिवाजी के विचारों का सरकार कर रही हनन
इस दौरान लव कुश एकता मंच के संयोजक सतीश कुमार ने कहा कि वर्तमान में बिहार में 16 वर्षों से सरकार चली आ रही है, लव कुश एकता एवं सक्रियता की बुनियाद पर सरकार बनी. लेकिन अब सरकार के नेतृत्व करता अपने पुरखों के विचारों से भटक रही है. महात्मा बुद्ध की मानवतावाद एवं छत्रपति शिवाजी के विचारों को सरकार हनन कर रही है.
सतीश कुमार ने कहा कि सत्ता के शीर्ष पर रहते हुए लव कुश समाज का सत्ता की भागीदारी में तेजी से गिरावट आ रही है. उन्होंने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव में किसी दल ने 2 सीट, किसी ने 1 सीट तो किसी ने एक भी सीट नहीं दिया. परिणाम स्वरूप विधानसभा चुनाव में समाज का राजनीतिक हैसियत घटा है, जो हमारे पुरखों के विचारों की उपेक्षा का प्रतीक है.