भागलपुर: जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज परिसर में बनकर तैयार कोरोना लैब को आखिरकार दिल्ली से आईसीएमआर की मंजूरी मिल गई है. अब मायागंज अस्पताल के कोरोना लैब में दो ट्रूनेट मशीन और रैपिड एंटीजन किट से कोविड-19 की जांच की जाएगी. वहीं मेडिकल कॉलेज में तैयार लैब में आरटीपीसीआर मशीन से जांच होगी.
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ हेमंत कुमार सिन्हा को इसको लेकर मेल भी प्राप्त हो गया है. इसके साथ ही अब यहां पर आरटीपीसीआर मशीन से कोरोना जांच ट्रायल शुरू हो गया है. रोजाना अभी 20 से 25 लोगों के सैंपल की जांच की जा रही है. जांच के लिए जरूरी किट सप्ताह भर के अंदर पहुंच जाएगा. तत्काल उपलब्ध किट के सहारे रोजाना ट्रायल पर 20 से 30 मरीजों की जांच की जा रही है.
एक हफ्ते में उपलब्ध होगा किट
डॉ हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया कि किसी भी क्लीनिक लैब को इंडियन मेडिकल रिसर्च काउंसिल की अनुमति के बिना सैंपल जांच की रिपोर्ट जारी करने की अनुमति नहीं है. ऐसे में अब हमारे कॉलेज को अनुमति मिल गयी है. सप्ताह भर में किट भी उपलब्ध हो जाएगा. यहां से एक दिन में 300 मरीजों के सैंपल की जांच की जा सकती है. उन्होंने कहा कि अभी इसे ट्रायल पर रखा गया है. हमारे पास पहले से उपलब्ध 400 किट के सहारे रोजाना ट्रायल मोड पर 25 से 30 सैंपल की जांच की जा रही है.
एक दिन में 250 से 300 मरीजों के सैंपल की होगी जांच
डॉ हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया कि किट आ जाने के बाद एक दिन में 250 से 300 मरीजों के सैंपल की जांच हो पाएगी. यह किट पटना आरएमआरआई और बिहार मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन से भागलपुर मेडिकल कॉलेज को उपलब्ध कराया जाएगा. मशीन को माइक्रोबायोलॉजी विभाग में इंस्टॉल किया गया है. जांच के लिए डॉक्टर और लैब टेक्नीशियन को भी लगाया गया है.